गणेश चतुर्थी 27 अगस्त: दो शुभ मुहूर्त में करें सिद्धि विनायक गणपति की स्थापना, जानें पूजा विधि

सिद्धि विनायक गणेश जी का वो स्वरूप है जिसे हर शुभ कार्य से पहले पूजा जाता है। यह रूप सुख, समृद्धि और सफलता का प्रतीक माना जाता है।

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  • Publish Date - August 26, 2025 / 11:43 AM IST

Ganesh Chaturthi: 27 अगस्त, सोमवार को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन चित्रा नक्षत्र, बुधवार और भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी का शुभ योग बन रहा है। गणेश पुराण के अनुसार, ऐसे ही संयोग में माता पार्वती ने दोपहर के समय गणपति की मिट्टी की मूर्ति बनाई थी और भगवान शिव ने उसमें प्राण डाले थे।

इस बार गणेश चतुर्थी पर गणपति की स्थापना के लिए दो शुभ मुहूर्त रहेंगे। इस दिन सिद्धि विनायक रूप की विशेष पूजा का विधान है। मान्यता है कि इसी रूप की पूजा भगवान विष्णु ने भी की थी और इन्हें “सिद्धि विनायक” नाम दिया।

क्यों होती है सिद्धि विनायक की पूजा?

सिद्धि विनायक गणेश जी का वो स्वरूप है जिसे हर शुभ कार्य से पहले पूजा जाता है। यह रूप सुख, समृद्धि और सफलता का प्रतीक माना जाता है।

सिद्धि विनायक की मूर्ति की विशेषताएं:

  • रंग: लाल

  • मुद्रा: बैठे हुए

  • सिर: मुकुटधारी

  • गला: हार से सुसज्जित

  • दांत: दायां टूटा, बायां पूरा

  • जनेऊ: नाग की बनी

  • हाथों में:

    • एक हाथ आशीर्वाद मुद्रा

    • एक में मोदक

    • एक में रुद्राक्ष की माला

    • एक में अंकुश

    • एक में पाश

  • पैर: दायां मोड़ा हुआ, बायां नीचे की ओर

पूजन विधि संक्षेप में:

  1. शुभ मुहूर्त में गणपति स्थापना करें

  2. लाल कपड़े पर मूर्ति रखें

  3. शुद्ध जल से स्नान कराएं

  4. चंदन, अक्षत, फूल, दूर्वा, मोदक चढ़ाएं

  5. मंत्रों से पूजा करें:

    • “ॐ गण गणपतये नमः”

  6. आरती करें और परिवार संग प्रसाद वितरित करें