शौच के लिए उकड़ूं बैठना सही या टॉयलेट सीट? जानें कौन तरीका पेट के लिए ज्यादा फायदेमंद
By : hashtagu, Last Updated : September 9, 2025 | 6:40 am
Squat or Sit: हमारे रोजमर्रा के जीवन की छोटी आदतें भी सेहत पर गहरा असर डालती हैं। ऐसी ही एक आदत है — शौच का तरीका। आज के शहरी जीवन में ज्यादातर लोग वेस्टर्न टॉयलेट सीट का उपयोग करते हैं, जबकि पारंपरिक या ग्रामीण इलाकों में लोग अब भी उकड़ूं बैठकर शौच करते हैं। लेकिन सवाल है कि कौन सा तरीका स्वास्थ्य के लिए ज्यादा फायदेमंद है? क्या वाकई उकड़ूं बैठने से पेट जल्दी साफ होता है और कब्ज जैसी समस्याएं दूर रहती हैं?
आधुनिक शोधों और आयुर्वेदिक मान्यताओं के मुताबिक, उकड़ूं बैठना यानी स्क्वैटिंग पोजिशन पाचन के लिए अधिक लाभकारी है। इस पोजिशन में आंतों का प्राकृतिक संकुचन होता है, जिससे मलत्याग सरल और सहज हो जाता है। एक अध्ययन के अनुसार, जहां वेस्टर्न सीट पर बैठकर शौच करने में औसतन 2 मिनट लगते हैं, वहीं उकड़ूं बैठने पर यह समय घटकर लगभग 51 सेकंड रह जाता है। यानी पेट जल्दी और पूरी तरह साफ होता है।
इसके विपरीत, वेस्टर्न टॉयलेट सीट पर लंबे समय तक बैठना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। अमेरिका और तुर्की में हुई रिसर्च के मुताबिक, शौचालय में 5 मिनट से ज्यादा समय बिताने वाले लोगों में बवासीर (पाइल्स) की समस्या का खतरा 40% तक बढ़ जाता है — खासकर तब, जब लोग इस दौरान मोबाइल स्क्रॉल करते हैं या किताबें पढ़ते हैं।
लंबे समय तक टॉयलेट में बैठे रहने से गुदा क्षेत्र पर अतिरिक्त दबाव बनता है, जिससे नसें सूज जाती हैं और बवासीर की स्थिति पैदा हो जाती है। इसलिए डॉक्टर भी सलाह देते हैं कि टॉयलेट में मोबाइल फोन न ले जाएं और जितना जल्दी हो सके, उठ जाएं।
बवासीर और कब्ज से बचने के लिए आहार में रेशेदार चीजें शामिल करें — जैसे हरी सब्जियां, फल और साबुत अनाज। साथ ही दिनभर में पर्याप्त पानी पीना जरूरी है, ताकि मल सॉफ्ट रहे और जोर लगाने की जरूरत न पड़े।
अगर आपको बार-बार पेट साफ न होने की समस्या हो रही है, मल त्याग करते समय दर्द हो रहा है, या मल में खून आ रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।
इसलिए अगली बार जब आप टॉयलेट जाएं, तो न केवल अपने बैठने की पोजिशन पर ध्यान दें, बल्कि वहां बिताए जाने वाले समय पर भी। सेहत के लिए छोटी आदतें ही बड़ी असर करती हैं।




