कब्ज़ पहला संकेत नहीं है फाइबर की कमी का; जानें इन शुरुआती लक्षणों को
By : dineshakula, Last Updated : November 5, 2025 | 5:37 pm
दिल्ली : फाइबर (fibre) हमारे आहार का एक अहम हिस्सा है, लेकिन अक्सर लोग इसकी कमी को सिर्फ कब्ज़ से जोड़ते हैं। फाइबर दो प्रकार का होता है – सोल्यूबल और इनसोल्यूबल। सोल्यूबल फाइबर पानी में घुलकर जेल जैसी संरचना बनाता है, जो कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इनसोल्यूबल फाइबर पानी में नहीं घुलता और मल को जटिल बनाने में मदद करता है, जिससे पेट की नियमित क्रियाएँ सुचारू रहती हैं।
हाल ही में गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट और ‘गट डॉक्टर’ डॉ. सौरभ सेठी ने कहा कि फाइबर की कमी का पहला संकेत कब्ज़ नहीं होता। उनके अनुसार, सबसे पहला संकेत यह होता है कि खाने के तुरंत बाद भी भूख लगना।
फाइबर की कमी के अन्य सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
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पाचन समस्याएँ: कब्ज़ के साथ-साथ गैस और सूजन भी हो सकती है।
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वजन बढ़ना: फाइबर भूख को नियंत्रित करता है और अधिक खाने से रोकता है।
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कोलेस्ट्रॉल में वृद्धि: सोल्यूबल फाइबर रक्त में कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।
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ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव: फाइबर की कमी से ब्लड शुगर अस्थिर हो सकता है।
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हेमोरॉइड्स: लगातार कब्ज़ होने पर मलद्वार की नसों पर दबाव बढ़ सकता है।
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थकान: फाइबर की कमी से ऊर्जा में कमी और पोषक तत्वों के अवशोषण में दिक्कत होती है।
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भोजन की cravings: फाइबर की कमी से जंक फूड की चाह बढ़ सकती है।
फाइबर की पर्याप्त मात्रा पाने के लिए फल, सब्ज़ियाँ, साबुत अनाज, दालें, नट्स और बीज अपने आहार में शामिल करें। महिलाओं के लिए दैनिक 25 ग्राम और पुरुषों के लिए 38 ग्राम फाइबर का सेवन अनुशंसित है।




