भोपाल, 8 मार्च (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में नकली-मिलावटी दूध और नकली-मिलावटी दूध (adulterated milk) से बने मावा, पनीर आदि दुग्ध उत्पादों की रोकथाम के लिए खाद्य सुरक्षा प्रशासन द्वारा दूध के शुद्धिकरण का विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है। दुग्ध उत्पादों के एक दिन में 1148 नमूने लिए गए। दो संस्थानों के लायसेंस निरस्त किए गए वहीं 40 लाख रुपये से ज्यादा कीमत की मिलावटी सामग्री जब्त की गई।
आयुक्त खाद्य सुरक्षा डॉ. सुदाम खाड़े ने बताया कि अभियान में एक दिन में दूध और दूध से बने उत्पादों के 1148 नमूने लिए गए। इनमें 206 लीगल, 66 सर्विलेंस, 207 चलित प्रयोगशाला और 669 नमूने मैजिक बाक्स से लिए गए। कुल नमूनों में 330 दूध, 155 मावा, 107 पनीर, 91 घी और 465 दूध से बने अन्य उत्पादों के नमूने शामिल हैं।
विशेष अभियान में नकली-मिलावटी दूध और उससे बने उत्पादों का निर्माण करने वाले, संग्रह करने वाले और विक्रय करने वाले व्यक्तियों एवं संस्थानों के विरुद्ध दण्डात्मक कार्यवाही भी की जा रही है। अब तक दो संस्थान के लायसेंस निलंबित किये गये हैं और तीन के विरुद्ध न्यायालय में प्रकरण दर्ज करवाये गये हैं। मिलावटी दूध और मिलावटी दूध से बनी 40 लाख चार हजार रुपए की खाद्य सामग्री जब्त की गई है। पिछले चार दिन में दूध और दूध से बने उत्पादों की जॉंच के लिये 2031 नमूने लिये गये हैं।
खाद्य सुरक्षा प्रशासन द्वारा चलित खाद्य प्रयोगशाला और मैजिक बॉक्स के माध्यम से आमजन द्वारा दैनिक उपयोग में लिये जा रहे दूध एवं दुग्ध उत्पादों की जाँच भी मौके पर की जा रही है। इसके अतिरिक्त जिलों में संचालित दूध के कलेक्शन सेंटर, चिलिंग प्लांट, दूध का परिवहन करने वाले वाहन सहित मावा, पनीर, घी के खाद्य कारोबारियों के प्रतिष्ठानों की सघन जाँच भी अभियान में की जा रही है।