भोपाल: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बाद अब केंद्रीय कृषि मंत्री और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी मुख्यमंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav) की तारीफ की है। भोपाल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिवराज ने कहा कि मोहन यादव बेहद तेज गति और ऊर्जा के साथ प्रदेश की सेवा में जुटे हुए हैं और वह मुझसे भी अधिक उर्जावान हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वे चाहते हैं कि मोहन यादव इसी उत्साह के साथ काम जारी रखें ताकि मध्य प्रदेश विकास के नए कीर्तिमान स्थापित कर सके।
सुरक्षा में देरी के सवाल पर शिवराज ने कहा कि उनका ध्यान स्वयं पर नहीं बल्कि केवल जनता की सेवा पर रहता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका एक ही काम है—जनता की सेवा करना। इसके अलावा उन्होंने नई सरकार की पुरानी उपलब्धियों को न दिखाने पर चुटकी लेते हुए कहा कि नई सरकार हमेशा अपनी ही उपलब्धियां दिखाती है।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने बताया कि पिछले 20 सालों से चल रही मनरेगा योजना अब भ्रष्टाचार का अड्डा बन गई थी। मजदूरों का हक मारकर कांट्रैक्टर काम कर रहे थे और बजट का खेल चल रहा था। इसे सुधारने के लिए सरकार ने एक साल के मंथन के बाद विकसित भारत जी राम जी योजना लागू की है। इस योजना में मजदूरों के रोजगार के दिनों को 100 से बढ़ाकर 125 प्रतिशत कर दिया गया है और इसके लिए 95 हजार करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। ग्राम पंचायतें अब खुद रिपोर्ट तैयार करेंगी और बुनियादी ढांचे, जल संरक्षण और आपदा प्रबंधन को प्राथमिकता दी जाएगी।
विपक्ष के विरोध पर शिवराज ने कहा कि पंजाब सरकार और कांग्रेस का अंध विरोध लोकतंत्र के खिलाफ है। उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब में मनरेगा के 10 हजार से अधिक वित्तीय गबन के मामले सामने आए हैं, लेकिन कार्रवाई नहीं की जा रही। उन्होंने विपक्ष से अपील की कि वे इस जनहितैषी योजना का अंध विरोध बंद करें और किसानों के हित में काम करें।
