छिंदवाड़ा की अमरवाड़ा सीट के लिए भाजपा की पुख्ता जमावट, कांग्रेस को उम्मीदवार की तलाश

By : hashtagu, Last Updated : June 19, 2024 | 11:37 am

भोपाल, 19 जून (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले (Chhindwara) की अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर उपचुनाव में मुकाबला कशमकश भरा होने के पूरे आसार हैं। भाजपा ने इस सीट पर कब्जा जमाने के लिए पुख्ता जमावट कर दी है। वहीं कांग्रेस को उम्मीदवार की तलाश है।

छिंदवाड़ा को पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ के गढ़ के तौर पर पहचाना जाता है। यह ऐसी संसदीय सीट है जहां से 1984 के बाद नाथ परिवार को सिर्फ तीन बार हार का सामना करना पड़ा है। अभी हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में कमलनाथ के पुत्र नकुल नाथ को हार मिली। यहां से भाजपा के विवेक बंटी साहू निर्वाचित हुए हैं।

इस जीत के बाद से भाजपा उत्साहित है और उसने अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में जीत के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं।

छिंदवाड़ा जिले की सात विधानसभा सीटों पर पिछले चुनाव में कांग्रेस का कब्जा था, मगर लोकसभा चुनाव के दौरान अमरवाड़ा से विधायक रहे कमलेश शाह ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया और अब इस सीट पर 10 जुलाई को मतदान होना है।

भाजपा ने कमलेश शाह को ही उम्मीदवार बनाया है। भाजपा ने इस विधानसभा क्षेत्र के लिए 35 स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। इसके अलावा संगठन के मुखिया विष्णु दत्त शर्मा और सरकार के प्रमुख मोहन यादव ने जमीनी स्तर पर लोगों तक अपनी बात पहुंचाने की मुहिम छेड़ रखी है।

अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर गौर करें तो 1951 के बाद सिर्फ दो बार वर्ष 1990 और 2008 में ऐसे अवसर आए हैं जब यहां से भाजपा के उम्मीदवार को जीत मिली है। एक बार जनसंघ का उम्मीदवार जीता था। वहीं 11 बार कांग्रेस को जीत मिली है।

भाजपा की ओर से दावा किया गया है कि छिंदवाड़ा का गढ़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों का गढ़ है। लिहाजा पार्टी को लोकसभा चुनाव में जीत मिली और अब विधानसभा उपचुनाव भी बीजेपी जीतेगी।

अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा ने जहां कमलेश शाह को उम्मीदवार बनाया है, वहीं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने देव रावेन भलावी को अपना उम्मीदवार बना चुकी है। अभी कांग्रेस अपना उम्मीदवार तय नहीं कर पाई है। संभावना इस बात की जताई जा रही है कि इस चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला होना तय है।