छिंदवाड़ा कफ सिरप कांड: CM मोहन यादव ने मृत बच्चों के परिजनों से की मुलाकात, तीन अधिकारी सस्पेंड

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम संवेदनशीलता के साथ शासन चलाते हैं और ऐसी घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई जरूरी है। उन्होंने बताया कि जिस तमिलनाडु स्थित फैक्ट्री में यह अमानक कफ सिरप बनी थी, वहां की सरकार को भी कार्रवाई के लिए कहा गया है।

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  • Publish Date - October 6, 2025 / 05:25 PM IST

छिंदवाड़ा, मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले (Chhindwara) में जहरीली कफ सिरप पीने से हुई बच्चों की मौत के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार को अचानक पीड़ित परिजनों से मुलाकात की। वे छिंदवाड़ा के न्यूटन चिखली इलाके पहुंचे जहां मृतक अदनान के घर जाकर शोक जताया। इसके बाद वे परासिया के लिए रवाना हो गए। अब तक इस जहरीली सिरप की वजह से 16 बच्चों की जान जा चुकी है।

CM यादव ने परिजनों से मिलकर दुख जताते हुए कहा कि बच्चों की मौत अत्यंत ही पीड़ादायक है। उन्होंने इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए तत्काल तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। इनमें ड्रग कंट्रोलर दिनेश मौर्या को पद से हटाया गया है, छिंदवाड़ा के ड्रग इंस्पेक्टर गौरव शर्मा और जबलपुर के ड्रग इंस्पेक्टर शरद जैन को सस्पेंड किया गया है। साथ ही खाद्य एवं औषधि विभाग के उपसंचालक शोभित कोष्टा को भी सस्पेंड कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम संवेदनशीलता के साथ शासन चलाते हैं और ऐसी घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई जरूरी है। उन्होंने बताया कि जिस तमिलनाडु स्थित फैक्ट्री में यह अमानक कफ सिरप बनी थी, वहां की सरकार को भी कार्रवाई के लिए कहा गया है। उन्होंने प्रदेश में दवाओं की व्यापक जांच के निर्देश दिए हैं और कहा है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।

इस जहरीली सिरप की जांच के लिए कुल 19 सैंपल लिए गए थे, जिनमें से तीन फेल हुए। जैसे ही रिपोर्ट सामने आई, प्रशासन ने संबंधित सिरप और अन्य दो फैक्ट्रियों की दवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि केंद्र सरकार और तमिलनाडु सरकार को पूरे घटनाक्रम से अवगत करा दिया गया है।

इसी मामले में आरोपी डॉक्टर प्रवीण सोनी को भी सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पुलिस ने उन्हें सेशन कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। मामले की अगली सुनवाई 9 अक्टूबर को होगी।

इस कांड में सामने आई फार्मेसी को लेकर भी प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। छिंदवाड़ा के ड्रग एंड कॉस्मेटिक्स विभाग ने फार्मेसी का लाइसेंस रद्द कर दिया है। यह फार्मेसी आरोपी डॉ. प्रवीण सोनी की पत्नी ज्योति सोनी चला रही थीं। बताया जा रहा है कि जहरीली सिरप की सबसे ज्यादा बिक्री इसी फार्मेसी से हुई थी, जो परासिया में क्लीनिक के पास स्थित थी। मामले की गहन जांच अब भी जारी है।