मध्य प्रदेश की सभी सीटों पर कांग्रेस की करारी हार, जीतू पटवारी ने ली जिम्मेदारी
By : hashtagu, Last Updated : June 4, 2024 | 10:57 pm
उन्होंने कहा कि जो जनादेश मिला है, मैं उसे सिर झुकाकर स्वीकार करता हूं। इसकी जिम्मेदारी लेता हूं। इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार पर चुनाव में धनबल का प्रयोग करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि पार्टी अब आत्ममंथन और बदलाव के लिए तैयार है। पार्टी में नई सोच, विचार और व्यवहार का समावेश किया जाएगा। अब वक्त है कि सरकार पीएम मोदी की गारंटियों को पूरा करे और इस दौरान कांग्रेस एक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएगी।
इंदौर में नोटा को दो लाख से ज्यादा वोट मिलने पर उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या की पराकाष्ठा है। इंदौर के दो लाख से ज्यादा लोगों ने नोटा में वोट डालकर भाजपा को एक तमाचा मारा है। विपक्ष की भूमिका निभाते हुए हम अपना संदेश घर-घर तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे। प्रदेश में हमने एकजुट होकर चुनाव लड़ा और बेहतर परिणाम के लिए हर संभव प्रयास किए।
मध्य प्रदेश में 2019 में भाजपा ने कुल 29 लोकसभा सीटों में से 28 पर जीत हासिल की थी। 2019 में कांग्रेस अपना गढ़ छिंदवाड़ा बचाने में कामयाब रही थी। लेकिन इस बार मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के बेटे और कांग्रेस उम्मीदवार नकुल नाथ नहीं जीत पाए। कमल नाथ, कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष जीतू पटवारी के साथ भोपाल में पार्टी मुख्यालय में मौजूद थे। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी चुनाव नहीं जीत पाए। वो राजगढ़ से मैदान में थे।