“कांग्रेस की लड़ाई भाजपा की मानसिकता के खिलाफ है”: दिग्विजय सिंह का बड़ा हमला
By : hashtagu, Last Updated : May 15, 2025 | 3:17 pm
इंदौर/भोपाल, 15 मई 2025: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने विजय शाह विवाद को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोला है। दिग्विजय ने आरोप लगाया कि भाजपा अपने मंत्री विजय शाह को बचाने में लगी है, जबकि उनके विवादित बयान पर कार्रवाई कोर्ट से हुई है, पार्टी की ओर से नहीं।
इंदौर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा, “विजय शाह के बयान पर जो कार्रवाई भाजपा को करनी थी, वह उच्च न्यायालय ने की। भाजपा ने अब तक कोई बयान नहीं दिया और न ही कोई कार्रवाई की। भाजपा पूरी तरह से उन्हें बचाने में जुटी है। कांग्रेस की लड़ाई भाजपा की इसी मानसिकता के खिलाफ है।”
उन्होंने आगे सवाल किया, “क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा इस बयान को सही मानते हैं? अगर मानते हैं, तो खुलकर कहें। अगर नहीं मानते, तो कार्रवाई करें।”
कांग्रेस की मांग : मंत्री का इस्तीफा
इस पूरे प्रकरण में मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विजय शाह का तत्काल इस्तीफा लिया जाना चाहिए। पटवारी ने कहा, “देशभक्त राजनीतिक दल, सामाजिक कार्यकर्ता और अधिवक्ता को इस बयान का विरोध करना चाहिए। भाजपा को विजय शाह को बचाने के बजाय उनका इस्तीफा लेना चाहिए और एक उदाहरण पेश करना चाहिए।”
उन्होंने आगे जोड़ा, “अगर कोई राजनीतिक व्यक्ति बार-बार आपत्तिजनक बयान देता है और उसे सजा नहीं मिलती, तो इससे पार्टी के कार्यकर्ताओं में गलत संदेश जाता है। यह जरूरी है कि भाजपा उन्हें तुरंत पद से हटाए और कानून को अपना काम करने दे, क्योंकि न्यायालय कानून का मंदिर है, जहां दूध का दूध और पानी का पानी होता है।”
सुप्रीम कोर्ट जाने की आलोचना
पटवारी ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार विजय शाह को बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख कर रही है, जो कि राजनीतिक और नैतिक रूप से गलत है। उन्होंने कहा, “अगर भाजपा सच में देशभक्त है, तो उसे न्यायालय की प्रक्रिया में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। ऐसी स्थिति में कोई भी अच्छा वकील या राजनीतिक कार्यकर्ता भाजपा का समर्थन नहीं करेगा।”
मामले को लेकर प्रदेश में सियासी तापमान बढ़ गया है। जहां कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर लगातार भाजपा पर दबाव बना रही है, वहीं भाजपा की ओर से अब तक कोई औपचारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।




