मध्य प्रदेश में ठंड का असर जनजीवन पर

By : hashtagu, Last Updated : December 12, 2024 | 12:20 pm

भोपाल 12 दिसंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में बर्फीली सर्द हवाओं (chill air) ने ठिठुरन बढ़ा दी है और इसका असर अब आम जन जीवन पर भी नजर आने लगा है। जगह-जगह अलाव जलने लगे हैं तो वही स्कूलों के समय में भी बदलाव किया जाने लगा है।

राज्य में बीते चार दिनों से मौसम का मिजाज बदला हुआ है, सर्द हवाएं चल रही हैं, तापमान में गिरावट भी दर्ज की जा रही है और धूप सुहानी लग रही है। शीत लहर के बढ़ते असर के चलते ही स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है। भोपाल में 12वीं तक की सभी कक्षाएं अब सुबह नौ बजे से शुरू होंगी। अब तक स्कूल सात और आठ बजे से लगते रहे हैं।

मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में पश्चिम उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, इसके साथ ही 240 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से जेट स्ट्रीम भी चल रही है, इस वजह से राज्य में सर्दी बढ़ी है, आने वाले कुछ दिनों में भी ऐसा ही असर रहेगा। कुल मिलाकर आने वाले दिनों में लोगों को ठंड से बचाव के बेहतर इंतजाम करने होंगे। वर्तमान में आलम यह है कि शाम से ही कई इलाकों में ठंड से बचाव के लिए अलाव जलते भी नजर आने लगे हैं। खासकर सार्वजनिक स्थल बस, अड्डे ,चौराहे पर आग तापते लोगों का दिखना आम होता जा रहा है।

मौसम विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार राज्य के तापमान में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है । बीते 24 घंटे के दौरान सबसे ठंडा पचमढ़ी रहा जहां तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य के अधिकांश हिस्से में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे पहुंच गया है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आगामी दिनों में सर्द हवाएं चलेंगी और ठंड का असर बना रहेगा।

राज्य में बढ़ती ठंड और वायु प्रदूषण से बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक प्रभावित हैं। इससे सांस लेने तक में तकलीफ महसूस हो रही है और इससे सबसे ज्यादा पीड़ित दमा के मरीज है। चिकित्सा जगत से जुड़े लोगों की मानें तो सांस फूलने और दमा की शिकायत बढ़ने के मामलों की संख्या में इजाफा हुआ है।