अटल एक्सप्रेस-वे से किसानों की कीमती जमीन बचाने की कवायद
By : hashtagu, Last Updated : March 29, 2023 | 12:43 pm
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने कहा है कि चंबल क्षेत्र का विकास और जनता का कल्याण राज्य शासन की प्राथमिकता है। प्रारंभिक सर्वे में एक बात सामने आई है कि इसमें कई किसानों की कीमती जमीन इसमें आ रही है।
मुख्यमंत्री चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि एक्सप्रेस-वे में अधिक से अधिक सरकारी जमीन का उपयोग हो। जमीन का पुन: चिन्हांकन करें, जिससे किसानों की जमीन नहीं जाए। अटल एक्सप्रेस- सर्वे कार्य भी इसी ²ष्टि से किया जाए।
उन्होंने कहा कि इस एक्सप्रेस-वे के बनने से उद्योगों के साथ किसान भी अपनी खेती कर सकेंगे। साथ ही नए-नए उद्योग प्रारंभ होने से बेटे-बेटियों को रोजगार मिलेगा और विकास के द्वार तेजी से खुलेंगे।
केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि देश में छोटे किसानों की संख्या ज्यादा है। छोटे किसानों के लिये दो से चार बीघा जमीन अत्यंत उपयोगी है। अटल एक्सप्रेस-वे के बनने में अगर छोटे किसानों की जमीन उसमें जाती है, तो उनके लिये कठिनाई होगी। यह आवश्यक है कि छोटे किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुये अटल एक्सप्रेस-वे का रि-सर्वे कराया जाए।
उन्होंने कहा कि अटल एक्सप्रेस-वे भी क्षेत्र की तस्वीर बदल देगा। एक्सप्रेस-वे के बनने से छोटे और मध्यम उद्योग लगेंगे, जिससे क्षेत्र का तेजी से विकास होगा।
केन्द्रीय मंत्री तोमर ने बताया कि क्षेत्र में सबलगढ़ से करोली जाने के लिये अटारघाट पुल बन कर तैयार हो गया है। पुल निर्माण से करोली जाने के लिए लोगों को सुविधा होगी। लोगों को अब मुरैना, धौलपुर, बाड़ी होकर करोली नहीं जाना पड़ेगा और वे इस पुल से शिवपुरी से सबलगढ़ और करोली पहुंच सकेंगे।