मध्य प्रदेश में ‘एक बगिया मां के नाम’ योजना: 30 लाख फलदार पौधे, ₹1000 करोड़ खर्च

इस परियोजना के माध्यम से मध्य प्रदेश को हरा-भरा बनाए रखने और पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने में मदद मिलेगी, साथ ही महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का भी अवसर मिलेगा।

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  • Publish Date - July 1, 2025 / 12:43 PM IST

‘Ek Bagiya Maa Ke Naam’ scheme: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान से प्रेरित होकर मध्य प्रदेश में भी एक नई परियोजना शुरू की जा रही है, जिसे ‘एक बगिया मां के नाम’ योजना कहा जाएगा। यह पहल प्रदेश में बारिश के दौरान पौधरोपण को बढ़ावा देने के लिए शुरू की जा रही है, और इसके तहत लगभग ₹1000 करोड़ की लागत से 30 लाख फलदार पौधों का रोपण किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जल गंगा संवर्धन अभियान के समापन पर यह घोषणा की, जिसमें स्वसहायता समूह की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है।

इस परियोजना के अंतर्गत, मनरेगा के माध्यम से प्रदेश की 30 हजार से अधिक स्वसहायता समूह की महिलाओं की निजी भूमि पर फलदार पौधे लगाए जाएंगे। इन 30 हजार एकड़ निजी भूमि पर पौधरोपण किया जाएगा, जिससे महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और उन्हें एक स्थिर आय का स्रोत मिलेगा। इसके अलावा, परियोजना के तहत महिलाओं को पौधों की सुरक्षा के लिए कटीले तार की फेंसिंग और सिंचाई के लिए जल कुंड जैसी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।

इस पहल के लिए स्थल चयन अत्याधुनिक सिपरी सॉफ्टवेयर के माध्यम से किया जाएगा, जो यह सुनिश्चित करेगा कि किस जमीन पर कौन सा फलदार पौधा लगाया जाए। सॉफ्टवेयर का उपयोग यह निर्धारित करने के लिए किया जाएगा कि किस भूमि पर पौधरोपण के लिए उपयुक्त जलवायु और मिट्टी है।

इस परियोजना के माध्यम से मध्य प्रदेश को हरा-भरा बनाए रखने और पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने में मदद मिलेगी, साथ ही महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का भी अवसर मिलेगा।