बुंदेलखंड से अब रुकेगा पलायन : विष्णु दत्त शर्मा
By : hashtagu, Last Updated : April 25, 2024 | 11:43 am
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष शर्मा का बतौर सांसद पहला कार्यकाल पूरा हो रहा है और शुक्रवार 26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में यहां मतदान है।
आईएएनएस से खास बातचीत में उन्होंने कहा, “बीते पांच साल में बुंदेलखंड की तस्वीर बदलने के प्रयास हुए हैं। सड़कों का जाल बिछा है, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हो रहा है और पर्यटन को नया स्वरूप देने की कार्ययोजना पर काम चल रहा है। इस क्षेत्र के लिए केन बेतवा लिंक परियोजना क्रांतिकारी बदलाव लाने का काम करेगी। यह इलाका पानी की समस्या से जूझने वाले क्षेत्र के तौर पर पहचाना जाता रहा है। जब पानी होगा तो खेतों के लिए सिंचाई आसान हो जाएगी, पानी की उपलब्धता के चलते औद्योगिक विकास को भी गति मिलेगी।”
उन्होंने कहा, यहां के हर जिले में मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जा रहे हैं जिससे लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मिलना आसान हो जाएगी।
बुंदेलखंड की समृद्धि का जिक्र करते हुए शर्मा ने कहा कि यह वह इलाका है जहां की जमीन में हीरा है और यहां एलपीजी गैस से लेकर पेट्रोलियम तक मिलने की संभावना है। यहां की जमीन में तो हीरा है ही, यहां का आम आदमी भी हीरा से कम नहीं है जो देश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर अपना पसीना बहाता है और देश निर्माण में हीरे की तरह अपना योगदान दे रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बुंदेलखंड की बदलती तस्वीर का जिक्र करते हुए शर्मा ने कहा कि यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर का हवाई अड्डा बना है, वंदे भारत जैसी रेल सुविधा मिली है, केन बेतवा लिंक परियोजना का काम तेजी से चल रहा है, हर जिले में चिकित्सा महाविद्यालय शुरू हो रहे हैं और खजुराहो में आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय स्थापित किया जाने वाला है। राज्य के मुख्यमंत्री मोहन यादव समावेशी विकास को जमीन पर उतारने के अभियान में लगे हैं। इसके अलावा प्रयास किया जा रहे है कि खजुराहो में एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का योग केंद्र स्थापित हो। इसके चलते अभावों में जूझने वाला बुंदेलखंड खुशी की राह पर आगे बढ़ रहा है और आने वाले समय में सूर्य तिलक की तरह चमकता नजर आएगा।
कांग्रेस की ओर से लगातार भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर किए जा रहे हमलों के सवाल पर शर्मा ने कहा कि कांग्रेस हो या विरोधी दल, वे पूरी तरह परिवारवादी राजनीति से घिरे हुए हैं और वर्तमान में चल रही मोदी लहर का मुकाबला करने में सक्षम नहीं हैं। उनकी स्थिति ठीक उस बाढ़ के समय जैसी है, जब पानी उफान पर होता है तो सांप बिच्छू से लेकर तमाम जहरीले जीव जंतु अपनी जान बचाने के लिए एक पेड़ पर इकट्ठा हो जाते हैं। ठीक इसी तरह का विपक्षी दलों का इंडी गठबंधन है, जो जान बचाने के लिए इकट्ठा हुए हैं और बाद में लड़ने लगेंगे। इसके बावजूद उनका मोदी लहर में बह जाना है।
राज्य में लोकसभा की कुल 29 सीटें है। पिछले चुनाव में भाजपा ने 28 स्थान पर जीत दर्ज की थी जबकि कांग्रेस सिर्फ एक छिंदवाड़ा में जीत हासिल कर सकी थी।
भाजपा का दावा है कि इस चुनाव में पार्टी सभी 29 स्थान पर जीत दर्ज करेगी।