सिंहस्थ 2028: उज्जैन को दो एलिवेटेड कॉरिडोर की सौगात, रेलवे स्टेशनों के बीच बनेगा फोरलेन रोड
By : hashtagu, Last Updated : May 14, 2025 | 12:14 pm
उज्जैन: सिंहस्थ 2028 की तैयारी में जुटे मध्यप्रदेश सरकार और उज्जैन प्रशासन (Ujjain adminsitration) ने एक और बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन को दो प्रमुख एलिवेटेड कॉरिडोर की सौगात देने की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। साथ ही रेलवे स्टेशनों के बीच यात्रियों की सुविधा के लिए समानांतर फोरलेन सड़क बनाए जाने की योजना भी घोषित की गई है।
कहां बनेंगे एलिवेटेड ब्रिज?
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पहला कॉरिडोर: मकोड़ियाआम चौराहा से चामुंडा चौराहा होते हुए हरिफाटक ब्रिज तक
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दूसरा कॉरिडोर: निकास चौराहा से दौलतगंज होते हुए इंदौर गेट तक
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्माण कार्यों की मॉनिटरिंग आधुनिक तकनीक से होनी चाहिए और सभी प्रोजेक्ट तय समय सीमा में उच्च गुणवत्ता के साथ पूरे किए जाएं।
30 करोड़ श्रद्धालुओं के स्वागत की तैयारी
सिंहस्थ 2028 में करीब 30 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। इस बड़ी भीड़ के प्रबंधन के लिए मुख्यमंत्री ने चारों दिशाओं से उज्जैन की कनेक्टिविटी को 4 और 6 लेन में बदलने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ब्रिजों को इस तरह डिजाइन किया जाए कि भविष्य में मेट्रो का संचालन भी संभव हो — जैसा कि नागपुर में देखा गया है।
ब्रिज के नीचे जारी रहेगा व्यापार, ऊपर चलेगा ट्रैफिक
मुख्यमंत्री ने एक क्रांतिकारी विचार साझा करते हुए कहा,
“जब हमारे प्रधानमंत्री एक भी सैनिक को पार कराए बिना रावलपिंडी में अटैक कर सकते हैं, तो हमने भी तय किया कि इंदौर गेट तक बिना किसी मकान को हाथ लगाए ऊपर रोड-ब्रिज बना दिए जाएं। नीचे कारोबार चलता रहे और ऊपर से ट्रक-बस गुजरते रहें।”
सेतु शाखा और नगर निगम का सर्वे कार्य तेज
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लोनिवि की सेतु शाखा अब उज्जैन के प्रमुख मार्गों पर एलिवेटेड ब्रिज की संभावनाओं का सर्वे करेगी।
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मुख्य मार्ग: बुधवारिया से इंदौर गेट और मकोड़ियाआम नाका से हरिफाटक होते हुए रेलवे स्टेशन।
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अन्य कनेक्शन: नीलगंगा, पेशवाई स्थल, मंछामन गणेश मंदिर क्षेत्र।
एयरपोर्ट और मेडिकल टूरिज्म हब की भी तैयारी
मुख्यमंत्री ने मेडिसिटी प्रोजेक्ट का उल्लेख करते हुए उज्जैन को मेडिकल टूरिज्म हब के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि उज्जैन की हवाई पट्टी का भी विस्तार किया जाएगा, जिसकी सर्वे प्रक्रिया एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा पूरी की जा चुकी है।




