भोपाल, 14 मई (आईएएनएस)| मध्यप्रदेश में चुनावी साल में हर किसी को खुश करने की कोशिशें जारी हैं, लगातार योजनाओं की घोषणाएं हो रही हैं। इसी क्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने जाट समाज के लिए वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड (Veer Tejaji Welfare Board) का गठन और तेजाजी महाराज के निर्वाण दिवस तेजा दशमी पर ऐच्छिक अवकाश देने का ऐलान किया है। राजधानी के बीएचईएल दशहरा मैदान में जाट महाकुंभ में मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि जाट समाज साहसी, परिश्रमी और वीर समाज है। यह समाज देश के लिए अन्न भंडार भरने का कार्य भी करता है। भारतीय सेना में जाट रेजीमेंट को शामिल किया गया है।
समाज में महाराज रणजीत सिंह से लेकर महाराजा यशोधर्मन, सूरजमल, भक्त कमार्बाई, महाराजा पोरस, श्री पूरनमल, राजा महेंद्र प्रताप सिंह जैसी हस्तियां रही हैं। वीर तेजाजी महाराज जाट समाज के आराध्य हैं। इस नाते जाट समाज की भावनाओं का सम्मान करते हुए मध्यप्रदेश में वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड का गठन किया जाएगा। तेजाजी महाराज के निर्वाण दिवस तेजा दशमी पर ऐच्छिक अवकाश भी रहेगा। साथ ही शैक्षणिक भवन के लिए भोपाल, इंदौर और ग्वालियर में आवश्यक पहल की जाएगी। स्कूली पाठ्यक्रम में जाट महापुरुषों के इतिहास को भी शामिल किया जाएगा, जिससे युवा पीढ़ी प्रेरणा और मार्गदर्शन प्राप्त कर सके।
मुख्यमंत्री चौहान ने महाकुंभ में आए प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि वीर तेजस्वी तेजाजी महाराज ने गो-हत्या रोकने और गो-वंश-संरक्षण के लिए अथक प्रयास किए। ऐसा माना जाता है कि जाटों की उत्पत्ति भगवान शिव की जटाओं से हुई है।
मुख्यमंत्री चौहान ने समाज द्वारा दिए गए अन्य सुझावों पर भी परीक्षण के बाद आवश्यक कदम उठाने की बात कही। उन्होंने कहा कि उन्हें बाल्यकाल में जाट समाज से काफी स्नेह मिला है। सार्वजनिक जीवन में कार्य की शुरुआत के दौर में वरिष्ठ नेता विक्रम वर्मा का मार्गदर्शन मिला। इसके बाद एक साथी के रूप में कमल पटेल जुड़े।