भोपाल, 27 जून (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा उपचुनाव (Assembly by-election) को लेकर सियासत गरमाने लगी है। छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा विधानसभा सीट (Amarwada assembly seat) पर 10 जुलाई को मतदान होना है। यहां मुकाबला त्रिकोणीय है, जिसके रोचक होने के आसार हैं। अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के लिए नामांकन वापस लेने की प्रक्रिया के बाद कुल 9 उम्मीदवार मैदान में रह गए हैं। सात उम्मीदवारों ने नामांकन वापस ले लिया है। यहां पर मुख्य मुकाबला भाजपा के कमलेश शाह, कांग्रेस के धीरन शाह और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के देव रावेन भिलावी उम्मीदवार के बीच है।
अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित अमरवाड़ा के विधायक रहे कमलेश शाह ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। इसके चलते यहां उपचुनाव हो रहा है। कमलेश शाह का जहां नाता राज परिवार से है, वहीं कांग्रेस उम्मीदवार यहां के धार्मिक स्थल आंचल दरबार के परिवार के सदस्य हैं।
इसके अलावा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का भी इस क्षेत्र में अपना प्रभाव है। अमरवाड़ा को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। अमरवाड़ा में अब तक हुए चुनाव में भाजपा सिर्फ दो बार ही जीत दर्ज कर सकी है, वहीं कांग्रेस यहां से 11 बार जीती है।
अभी हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस के नेता कमलनाथ के गढ़ के तौर पर पहचाने जाने वाले छिंदवाड़ा पर जीत दर्ज की। इतना ही नहीं अमरवाड़ा में भी बड़ी बढ़त हासिल की थी। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र का उपचुनाव राजनीतिक तौर पर काफी अहम है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह क्षेत्र कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का गढ़ रहा है। इस उपचुनाव की जीत और हार को राजनीतिक तौर पर काफी महत्वपूर्ण माना जाएगा। इसका असर पूरे राज्य की राजनीति पर पड़ना तय है।