25 शादियां, लाखों की ठगी: ‘लूटेरी दुल्हन’ अनुराधा पासवान को राजस्थान पुलिस ने जाल बिछाकर किया गिरफ्तार
By : hashtagu, Last Updated : May 20, 2025 | 3:10 pm
जयपुर: एक महिला ने फर्जी शादियों के जरिए 25 पुरुषों को ठगा और लाखों रुपये के गहने व नकदी लेकर फरार हो गई। इस महिला का नाम है अनुराधा पासवान (Anuradha Paswan), जिसे अब लोग ‘लूटेरी दुल्हन’ के नाम से जान रहे हैं। हर बार वह नया नाम, नया शहर और नई पहचान लेकर किसी मासूम युवक को अपना शिकार बनाती थी। लेकिन इस बार पुलिस ने उसे उसी के अंदाज़ में मात दी — एक नकली दूल्हा बनाकर उसे फंसा लिया।
‘गरीब-सुंदर दुल्हन’ का जाल
32 वर्षीय अनुराधा पासवान खुद को हर बार एक बेबस, निर्धन और परिवार के बोझ से दबी हुई युवती के रूप में पेश करती थी। उसके पास एक बेरोजगार भाई की कहानी होती थी और शादी के सपने अधूरे होने का बहाना। लेकिन यह मासूम दुल्हन असल में एक ठगी गैंग की सरगना निकली।
इस गैंग का संचालन पूरी योजना के साथ होता था — अनुराधा की तस्वीरें और प्रोफाइल फर्जी बिचौलियों के जरिए संभावित दूल्हों को भेजी जाती थीं। शादी तय होने पर दलाल तकरीबन ₹2 लाख की फीस लेता था। शादी का फर्जी सहमति पत्र तैयार किया जाता और फिर मंदिर या घर में रीति-रिवाज के साथ विवाह कराया जाता।
इसके बाद अनुराधा अपना ‘एक्टिंग’ शुरू करती — एक आदर्श बहू, विनम्र पत्नी और सबकी चहेती बनने का नाटक। घरवालों का भरोसा जीतते ही वह मौका देखती और प्लान के अंतिम चरण पर पहुंच जाती — खाने में नशीली चीज़ मिलाकर पूरे घर को बेहोश करना और गहनों, नकदी व मोबाइल समेत घर से फरार हो जाना।
विष्णु शर्मा: एक और शिकार
20 अप्रैल को सवाई माधोपुर निवासी विष्णु शर्मा ने अनुराधा से विवाह किया। विवाह की व्यवस्था बिचौलिए पप्पू मीणा ने की थी, जिसे शर्मा ने ₹2 लाख दिए थे। शादी के दो हफ्तों के भीतर ही अनुराधा ₹1.25 लाख के गहने, ₹30,000 नकद और ₹30,000 का मोबाइल लेकर गायब हो गई।
“मैं ठेला लगाता हूं। शादी के लिए कर्ज लिया था। मोबाइल भी उधार में लिया था। कभी सोचा नहीं था कि कोई इतना बड़ा धोखा देगा,” विष्णु ने बताया।
उस रात को याद करते हुए उन्होंने कहा, “मैं काम से देर से लौटा था, खाना खाया और गहरी नींद में सो गया। ऐसा लगा जैसे किसी ने नींद की गोली दे दी हो।”
विष्णु की मां अब तक सदमे में हैं। उन्होंने तुरंत थाने में शिकायत दर्ज करवाई।
राजस्थान पुलिस की ‘उनो-रिवर्स चाल’
विष्णु शर्मा की शिकायत के आधार पर सवाई माधोपुर पुलिस ने पूरी योजना बनाई। एक कांस्टेबल को नकली दूल्हा बनाया गया, जो ग्राहक बनकर दलाल से मिला। दलाल ने कई लड़कियों की तस्वीरें दिखाईं, जिसमें अनुराधा भी शामिल थी।
“जांच में पता चला कि सभी दस्तावेज़ और विवाह-पत्र फर्जी थे। हमने टीम से एक कांस्टेबल को दूल्हा बनाया और महिला को उसी के अंदाज़ में फंसाया,” पुलिस अधिकारी ने कहा।
इस योजना के तहत अनुराधा को भोपाल में गिरफ्तार किया गया।
अब पुलिस अनुराधा पासवान और उसके गिरोह के अन्य सदस्यों से पूछताछ कर रही है। फिलहाल उस पर 25 मामलों में ठगी का आरोप है और कई पीड़ित सामने आ सकते हैं।

