देशभर में सशस्त्र सेना पूर्व सैनिक दिवस मनाया गया

By : madhukar dubey, Last Updated : January 15, 2023 | 6:28 am

नई दिल्ली, 14 जनवरी (आईएएनएस)| भारत में शनिवार को सशस्त्र सेना पूर्व सैनिक दिवस (Armed Forces Veterans Day) मनाया गया। रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व सैनिकों के निस्वार्थ कर्तव्य और राष्ट्र के प्रति उनके बलिदान और बहादुरों के परिजनों के प्रति एकजुटता के रूप में आज सातवां सशस्त्र सेना पूर्व सैनिक दिवस मनाया गया है। समारोह 9 स्थानों पर आयोजित किए गए, जबिक केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ( Minister Rajnath Singh)  ने देहरादून में मुख्य समारोह की अध्यक्षता की। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने आयोजन के हिस्से के रूप में पूर्व सैनिकों की एक विशाल रैली को संबोधित किया। राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में उन सैनिकों के प्रति आभार व्यक्त किया जिन्होंने देश की संप्रभुता, एकता और अखंडता की रक्षा की और उन लोगों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने इस युद्ध में अपने कर्तव्यों के निर्वाह के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर किया। राजनाथ सिंह ने भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले सेवारत और सेवानिवृत्त सशस्त्र बलों के कर्मियों की भी सराहना की।

समारोह के संबोधन के दौरान राजनाथ सिंह ने उत्तराखंड के स्वतंत्रता सेनानियों, सैनिकों और दिग्गजों का विशेष जिक्र किया, जिन्होंने देश के हितों की रक्षा के लिए साहस और समर्पण का परिचय दिया। उन्होंने कहा, उत्तराखंड के रहने वाले वीर चंद्र सिंह गढ़वाली ने स्वतंत्रता सेनानियों का समर्थन किया। कारगिल युद्ध के दौरान, राज्य के सैनिकों ने दुश्मनों के खिलाफ मजबूती से खड़े होकर और देश की रक्षा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। राजनाथ सिंह ने आगे कहा, आज का हर एक सैनिक कल का सम्मानित सैनिक है। उनकी भलाई और संतुष्टि सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है।

इससे पहले, पुष्पांजलि समारोह में रक्षामंत्री ने देहरादून छावनी में शौर्य स्थल को सशस्त्र बलों को समर्पित किया। राजनाथ सिंह ने नागरिक और सैन्य गणमान्य व्यक्तियों और पूर्व सैनिकों के साथ उत्तराखंड के बहादुर सशस्त्र बल कर्मियों के सर्वोच्च बलिदान का सम्मान करने के लिए पुष्पांजलि अर्पित की।

सशस्त्र सेना पूर्व सैनिक दिवस के अवसर पर दिल्ली कैंट के मानेकशॉ सेंटर में कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें तीन सेवा प्रमुख, सीआईएसएस और सचिव, पूर्व सैनिक वेलफेयर के साथ-साथ सशस्त्र बलों के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। इस अवसर पर बोलते हुए प्रमुखों ने राष्ट्र के निर्माण में पूर्व सैनिकों द्वारा प्रदान की गई निस्वार्थ सेवा की मान्यता पर प्रकाश डाला। पूर्व सैनिकों के सम्मान में सभी सार्वजनिक स्थानों पर वी फॉर वेटरन्स गीत बजाया गया।