कोलकाता, 27 दिसंबर (आईएएनएस)। ईडी बंगाल राशन घोटाले (ED Bengal ration scam) मामले की जांच कर रही है। ईडी के अधिकारियों के पास उपलब्ध लेटेस्ट दस्तावेजों के अनुसार, पश्चिम बंगाल में राशन वितरण मामले में गिरफ्तार कोलकाता के व्यवसायी बकीबुर रहमान ने सभी मानदंडों का उल्लंघन (Violation of norms) करते हुए अपनी चावल मिल का लाइसेंस रिन्यूअल कराने में कामयाबी हासिल की।
लाइसेंस तब तक रिन्यूअल नहीं किया जाएगा जब तक उसके खिलाफ जांच पूरी नहीं हो जाती और एजेंसी जांच के अंत में इकाई को क्लीन चिट नहीं दे देती।
सूत्रों ने कहा कि जांच कर रहे ईडी अधिकारियों का विश्वास है कि बकीबुर रहमान की मिल के लिए लाइसेंस का नवीनीकरण (रिन्यूअल) और वह भी उसके खिलाफ लंबित जांच के बावजूद दो बार राज्य के पूर्व खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक के मौन समर्थन के कारण ही संभव हो सका। मल्लिक को राशन वितरण मामले में उनकी कथित संलिप्तता के कारण इस साल अक्टूबर में केंद्रीय एजेंसी ने गिरफ्तार किया था।
ईडी के अधिकारियों को इस गड़बड़ी के पीछे राज्य खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के लाइसेंस-नवीनीकरण विंग के वरिष्ठ अधिकारी की संलिप्तता पर संदेह है। लाइसेंस नवीनीकरण के समय, उक्त विंग के अधिकारियों को यह जांच करनी होगी कि संबंधित मिल के खिलाफ कोई जांच लंबित है या नहीं और तदनुसार सिफारिश करें कि मामला नवीनीकरण के लिए उपयुक्त है या नहीं।