ब्रेस्ट सर्जन डॉ. रघु राम तेलुगु एसोसिएशन ऑफ लंदन पुरस्कार से सम्मानित

By : hashtagu, Last Updated : April 24, 2023 | 2:23 pm

हैदराबाद, 24 अप्रैल (आईएएनएस)| प्रमुख सर्जन डॉ. रघु राम पिल्लरीसेट्टी (Chief Surgeon Dr. Raghu Ram Pillarisetty) को लंदन के तेलुगु एसोसिएशन द्वारा लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार (lifetime Achievement Award) से सम्मानित किया गया है। डॉ. रघुराम हैदराबाद में एकेआईएमएस-उषालक्ष्मी सेंटर फॉर ब्रेस्ट डिजीज के संस्थापक निदेशक हैं। वह पुरस्कार प्राप्त करने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं और यूके के बाहर रहने वाले भारतीय मूल के एकमात्र व्यक्ति जिन्हें यह सम्मान प्रदान किया गया है।

लंदन में तेलुगु एसोसिएशन ऑफ लंदन (टीएएल) द्वारा आयोजित शानदार ‘उगादि 2023’ समारोह के दौरान उन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया गया। लंदन और उसके आसपास के 10,000 से अधिक तेलुगू भाषी लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाला टीएएल यूके में सबसे बड़ा तेलुगू धर्मार्थ संगठन है।

प्रशस्ति पत्र में कहा गया है, टीएएल ने डॉ. रघु राम को भारत में ब्रेस्ट कैंसर की देखभाल में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया है। उनका विशिष्ट अकादमिक ट्रैक रिकॉर्ड, अपनी मातृभूमि के लिए प्यार और समाज सेवा के लिए जुनून उनके ट्रेडमार्क हैं और उन्होंने बहुत ही कम उम्र में वह हासिल कर लिया है जो अधिकांश अपने अपने जीवनकाल में भी प्राप्त नहीं कर सकते।

टीएएल के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. रामुलु दासोजू और भारती कंदुकुरी के वर्तमान अध्यक्ष ने प्रशस्ति पत्र के अंश पढ़े। काउंसिलर रघविंदर सिद्धू और लंदन ब्रोज ऑफ हाउंज्लो के मेयर, ने डॉ. रघु राम को ब्रिटेन और भारत के बीच जीवित सेतु और एक आदर्श रोल मॉडल बताया जो अपनी पसंद के कार्यक्षेत्र में श्रेष्ठतम व्यवहार और मानवीयता और कई परोपकारी मूल्यों के हिमायती हैं।

टॉलीवुड अभिनेता साई कुमार ने कार्यक्रम के दौरान डॉ. रघु राम को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड पगड़ी से सम्मानित किया। पद्मश्री और डॉ. बी.सी. रॉय राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता डॉ. रघु राम ने पिछले 17 साल में अभिनव उपायों की एक श्रंखला के माध्यम से भारत में स्तन कैंसर की देखभाल में क्रांति ला दी। उन्होंने दक्षिण एशिया का पहला व्यापक स्तन स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किया और पूरे देश में इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए एक धर्मार्थ फाउंडेशन की स्थापना की। उन्होंने दक्षिण भारतीय राज्यों तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा जनसंख्या-आधारित स्क्रीनिंग कार्यक्रम लांच किया। यह कार्यक्रम वर्तमान में पूरे देश में चलाया जा रहा है।