अनिल अंबानी की कंपनियों पर ₹3000 करोड़ के लोन घोटाले में ED की कार्रवाई पूरी
By : hashtagu, Last Updated : July 27, 2025 | 7:16 pm
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अनिल अंबानी के रिलायंस ग्रुप से जुड़ी कंपनियों के खिलाफ तीन दिन तक चली छापेमारी की कार्रवाई रविवार को पूरी कर ली। 24 जुलाई से शुरू हुई यह कार्रवाई मुंबई और दिल्ली सहित देशभर के 35 से ज्यादा ठिकानों पर की गई। जांच के दौरान करीब 50 कंपनियों की गतिविधियों की पड़ताल की गई और 25 से ज्यादा लोगों से पूछताछ हुई।
यह छापेमारी यस बैंक द्वारा अनिल अंबानी से जुड़ी कंपनियों को दिए गए ₹3000 करोड़ के लोन में कथित धोखाधड़ी के मामले में की गई थी। शुरुआती जांच में सामने आया कि लोन की राशि को फर्जी कंपनियों और ग्रुप की अन्य इकाइयों में डायवर्ट किया गया। इसके साथ ही बैंक अधिकारियों को रिश्वत दिए जाने की आशंका भी जताई गई है।
रिलायंस पावर और रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर ने स्टॉक एक्सचेंज को सूचित किया है कि ED की कार्रवाई पूरी हो चुकी है और उन्होंने जांच एजेंसी को पूरा सहयोग दिया है। दोनों कंपनियों का कहना है कि इस कार्रवाई का उनके व्यापार, वित्तीय प्रदर्शन या शेयरधारकों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
कंपनियों ने स्पष्ट किया है कि ED की यह जांच पुराने लेनदेन से जुड़ी है, जो रिलायंस कम्युनिकेशन (RCOM) और रिलायंस होम फाइनेंस (RHFL) से संबंधित हैं। अनिल अंबानी इन दोनों कंपनियों के बोर्ड में शामिल नहीं हैं और न ही रिलायंस पावर या इन्फ्रास्ट्रक्चर का उनसे कोई व्यावसायिक या वित्तीय संबंध है।
इस मामले में CBI ने भी दो एफआईआर दर्ज की हैं, जो यस बैंक से RHFL और RCom को दिए गए लोन से जुड़ी हैं। इसके अलावा SEBI, नेशनल हाउसिंग बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और NFRA जैसी एजेंसियों से मिली जानकारियों के आधार पर ED यह जांच कर रही है।
छापेमारी के बाद रिलायंस पावर और रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में दो दिन के भीतर 10% तक की गिरावट देखी गई है।
हाल ही में, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने भी रिलायंस कम्युनिकेशन और अनिल अंबानी को “फ्रॉड” घोषित किया है। SBI का आरोप है कि RCom ने ₹31,580 करोड़ के लोन का दुरुपयोग किया, जिसमें से बड़ी रकम अन्य कंपनियों के लोन चुकाने और ग्रुप की दूसरी कंपनियों को ट्रांसफर करने में लगाई गई।
इसके अलावा, अनिल अंबानी के खिलाफ पर्सनल इनसॉल्वेंसी (दिवालियापन) की कार्रवाई भी नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (NCLT), मुंबई में चल रही है।




