ईडी ने अनिल अंबानी को ₹17,000 करोड़ के लोन धोखाधड़ी मामले में तलब किया, पूछताछ होगी

By : hashtagu, Last Updated : August 1, 2025 | 11:50 am

मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रिलायंस ग्रुप (आरएएजीए कंपनियों) के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर अनिल अंबानी (Anil Ambani) को कथित ₹17,000 करोड़ के लोन धोखाधड़ी मामले में पूछताछ के लिए तलब किया है। मामले से जुड़े सूत्रों के अनुसार, अनिल अंबानी को 5 अगस्त को दिल्ली स्थित ईडी मुख्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है।

पिछले हफ्ते, ईडी ने रिलायंस ग्रुप से जुड़े परिसरों पर छापेमारी की थी और मुंबई और दिल्ली में कई स्थानों से भारी मात्रा में दस्तावेज़, हार्ड ड्राइव और अन्य डिजिटल रिकॉर्ड जब्त किए थे। ये छापे 24 जुलाई को यस बैंक लोन धोखाधड़ी मामले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत शुरू किए गए थे।

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद, ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस समूह द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध की जांच शुरू की थी।

ईडी की जांच इस बात पर केंद्रित है कि क्या बैंकों से धन फर्जी कंपनियों के जरिए किसी अन्य स्थान पर भेजा गया और क्या इसे रिलायंस ग्रुप की कंपनियों द्वारा दुरुपयोग किया गया। इस मामले में नेशनल हाउसिंग बैंक, सेबी, नेशनल फाइनेंशियल रिपोर्टिंग अथॉरिटी (एनएफआरए), और बैंक ऑफ बड़ौदा जैसी अन्य एजेंसियों और संस्थाओं ने भी ईडी के साथ जानकारी साझा की है।

प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि बैंकों, शेयरधारकों, निवेशकों और अन्य सार्वजनिक संस्थाओं के साथ धोखाधड़ी करके जनता के पैसों का गलत इस्तेमाल किया गया। साथ ही, यस बैंक लिमिटेड के प्रमोटरों और बैंक अधिकारियों को रिश्वत देने का मामला भी जांच के दायरे में है।

ईडी की जांच में यह खुलासा हुआ है कि यस बैंक से (2017 से 2019 तक) लगभग ₹3,000 करोड़ के अवैध लोन डायवर्जन का पता चला है। ईडी ने यह भी पाया है कि लोन स्वीकृत होने से ठीक पहले यस बैंक के प्रमोटरों को पैसा दिया गया था। एजेंसी इस रिश्वतखोरी और लोन के गठजोड़ की भी जांच कर रही है।