नई दिल्ली, 3 फरवरी (आईएएनएस)। समान नागरिक संहिता उत्तराखंड 2024 (Uniform Civil Code Uttarakhand 2024) का ड्राफ्ट उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को कमेटी द्वारा सौंप दिया गया है। इस ड्राफ्ट के आने के बाद से ही भाजपा शासित कई राज्यों में इसी तरह के कानून बनाने को लेकर भी तैयारी तेज हो गई है। इस ड्राफ्ट में कई सारी चीजें हैं, जो बेहद चौंकाने वाली हैं और ड्राफ्ट के जारी (Release of draft) होने के साथ ही चर्चा का विषय बन गई हैं।
इस ड्राफ्ट को लेकर जो सबसे विशेष बात है, वह यह है कि ड्राफ्ट के हिंदी वर्जन में किसी भी अन्य भाषा जैसे की उर्दू के शब्दों का प्रयोग बिल्कुल भी नहीं किया गया है। मतलब इस ड्राफ्ट को पूरी तरह से हिंदी में तैयार किया गया है। भारत के किसी भी कानूनी ड्राफ्ट में यह पहला ड्राफ्ट है, जिसको पूरी तरह से हिंदी में ही लिखा गया है और इसमें किसी अन्य भाषा के शब्दों का प्रयोग नहीं हुआ है।
राजकीय भाषा के रूप में संविधान में वर्णित हिंदी में पूरी तरह से किसी कानूनी ड्राफ्ट को तैयार करने का काम देवभूमि उत्तराखंड से किया गया है। यानी देश में हिंदी को लेकर इस तरह की एक नई शुरुआत हुई है।
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