नई दिल्ली, 21 दिसंबर (आईएएनएस)। राष्ट्रपति निलयम में कई पर्यटक आकर्षणों को शामिल किया गया है। इनमें ऐतिहासिक ध्वज पोस्ट की प्रतिकृति, भूलभुलैया उद्यान और बच्चों का पार्क, बावड़ियों और पारंपरिक सिंचाई प्रणाली की बहाली, चट्टान के पानी के झरने पर शिव और नंदी की मूर्तियां (Nandi statues) शामिल हैं। यहां सागौन की लकड़ी से बने 36 मीटर (120 फीट) लंबे ध्वज पोस्ट ने 1948 में भारतीय संघ में हैदराबाद राज्य के एकीकरण को चिह्नित किया गया है।
राष्ट्रपति सचिवालय ने बताया कि हर वर्ष बावड़ियों की बहाली वर्षा जल की एक महत्वपूर्ण मात्रा को एकत्र करेगी। यह जल सुरक्षा और स्थानीय संसाधन स्थिरता को बढ़ाएगा, जबकि पारंपरिक सिंचाई प्रणाली आगंतुकों के अन्दर विरासत के बारे में जागरूकता बढ़ाएगी। यहां बरगद के पेड़ के नीचे दक्षिण की ओर मुख करके बैठे दक्षिणामूर्ति शिव और एक चट्टान पर बैठे नंदी आगंतुकों के लिए एक और आकर्षण होगा।
राष्ट्रपति सचिवालय के मुताबिक ज्ञान कलादीर्घा में दो नए एन्क्लेव जोड़े गए हैं। इनमें से एक हैदराबाद के एकीकरण के बारे में जानकारी प्रदान करता है तथा दूसरा राष्ट्रपति भवन और भारत के राष्ट्रपतियों के बारे में जानकारी देता है। ज्ञान कलादीर्घा के बाहर रॉक पेंटिंग “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के विभिन्न पहलुओं को दर्शाती है – वैज्ञानिक और रक्षा उपलब्धियां, धरोहर, विभिन्न स्मारक और कला के विभिन्न रूप।
हैदराबाद स्थित राष्ट्रपति निलयम, राष्ट्रपति के दक्षिणी प्रवास को छोड़कर, पूरे वर्ष आम जनता के लिए खुला रहता है। आगंतुक राष्ट्रपति भवन की वेबसाइट के माध्यम से अपना स्लॉट ऑनलाइन बुक कर सकते हैं। राष्ट्रपति सचिवालय ने बताया कि लोग सप्ताह में छह दिन (सोमवार और सरकारी छुट्टियों को छोड़कर) सुबह 10 बजे से शाम 05 बजे तक निलयम की यात्रा कर सकते हैं। यहां शाम 4 बजे प्रवेश खत्म हो जाता है। राष्ट्रपति निलयम के स्वागत कार्यालय में वॉक-इन बुकिंग की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी।