रायपुर।पंडित मिश्रा(Pandit Mishra) ने कहा कि वे यानी भूपेश बघेल पहले एक लोटा जल चढ़ा कर तो देखे, तब पता चलेगा की विश्वास है या अंधविश्वास है। छत्तीसगढ़ के धमतरी में शिवमहापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है।
कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल को निशाने पर लिया है। दरअसल, बालोद में एक सभा में पूर्व सीएम बघेल ने कहा था कि एक लोटा जल चढ़ा दो(pour a pot of water) और जीवन में कुछ काम मत करो। खेत में काम मत करो, बच्चों को मत पढ़ाओ, बस एक लोटा जल चढ़ा दो तो सब ठीक होगा। उन्होंने कि हम इसे आस्था नहीं कह सकते। यह आस्था नहीं, बल्कि बीजेपी की ओर से फैलाया गया अंधविश्वास है।
भूपेश बघेल को दी ये सलाह
पूर्व सीएम भूपेश बघेल के इस बयान पर पंडित मिश्रा ने कहा कि वे यानी भूपेश बघेल पहले एक लोटा जल चढ़ा कर तो देखे, तब पता चलेगा की विश्वास है या अंधविश्वास है। उन्होंने कहा कि जिनको सनातन धर्म नहीं सुहाता, वो अलग विषय है।
अशुभ नहीं शुभ होता पितृ पक्ष
श्राद्ध यानी पितृ पक्ष को लेकर पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि पितृ आपका बुरा करेंगे, ये श्राद्ध का मतलब नहीं है। पितृ आपको श्राप देंगे यह भी श्राद्ध का मतलब नहीं है।
उन्होंने कहा कि पितृपक्ष में कहा जाता है कि कुछ नया या शुभ काम नहीं करो। पितृपक्ष चल रहा है, ये कहकर लोगों में डर पैदा किया जाता है।
पंडित मिश्रा ने कहा कि शिव महापुराण को पढ़ा जाए तो हमारा शास्त्र कहता है कि पितृपक्ष से सुंदर कोई पक्ष नहीं हो सकता। इसमें तो पितरों का आशीर्वाद मिलता है, जबकि बाकी के समय में तो केवल देवताओं का आशीर्वाद मिलता है।
तिरुपति कांड क्रिश्चियन की वजह से हुआ
पंडित मिश्रा ने तिरुपति मंदिर के प्रसाद मामले पर कहा कि तिरुपति बालाजी को धरती का बैकुंठ माना जाता है। एक क्रिश्चियन को उस मंदिर में अधिपति बनाकर बैठा दिया गया और उसने क्या किया।
लड्डू जो प्रसाद मिलता है, उस प्रसाद में मछली का तेल और न जाने क्या-क्या डाल दिया गया। उसने जो परम भागवत वैष्णव थे उनका वैष्णव धर्म नष्ट कर दिया। ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ के धमतरी में शिवमहापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है।