वैश्विक रेटिंग एजेंसी ने बढ़ाया भारत की जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान

सामान्य से अच्छा मानसून रहने के कारण अच्छी फसल होने की उम्मीद है, जिसके कारण ग्रामीण मांग वापस लौट रही है।" आगे कहा कि इस अनुमान में हमने माना है कि आगे मजबूत वृद्धि दर देखने को मिलेगी।

  • Written By:
  • Publish Date - August 30, 2024 / 11:55 AM IST

नई दिल्ली, 30 अगस्त (आईएएनएस)। अमेरिकी रेटिंग एजेंसी मूडीज की ओर से 2024 के लिए भारत की जीडीपी (GDP) विकास दर अनुमान को बढ़ाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया गया है, जो कि पहले 6.8 प्रतिशत था। विकास दर अनुमान में बढ़ोतरी की वजह देश में निजी खपत का तेजी से बढ़ना है। ग्लोबल रेटिंग एजेंसी ने कहा, “देश में महंगाई में कमी आने के चलते पारिवारिक खपत में बढ़ोतरी हो रही है।

सामान्य से अच्छा मानसून रहने के कारण अच्छी फसल होने की उम्मीद है, जिसके कारण ग्रामीण मांग वापस लौट रही है।” आगे कहा कि इस अनुमान में हमने माना है कि आगे मजबूत वृद्धि दर देखने को मिलेगी। मूडीज का यह अनुमान आरबीआई के अनुमान के बराबर है। केंद्रीय बैंक के अनुमान के मुताबिक वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की अर्थव्यवस्था 7.2 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है।

इसकी वजह देश में ग्रामीण और शहरी मांग में बढ़ोतरी होना है। आरबीआई की ओर से वृद्धि दर अनुमान के दौरान बताया गया था कि देश में मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है। इससे कृषि क्षेत्र में मजबूत ग्रोथ देखने को मिल सकती है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की आय बढ़ेगी और इसका असर विकास दर पर होगा। मूडीज द्वारा 2025 के लिए विकास दर अनुमान को भी 6.4 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.6 प्रतिशत कर दिया गया है।

मूडीज ने आगे कहा कि भारत की मध्यम से लंबी अवधि की वृद्धि दर देश में श्रम के पर्याप्त पूल पर निर्भर करती है। मौजूदा माहौल में देश आराम से 6 से 7 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि दर हासिल कर सकता है। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि भारत की आर्थिक स्थिति पिछले कुछ वर्षों में काफी मजबूत हुई है। इसकी वजह चालू खाते घाटे को कम करना है। मूडीज का मानना है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था की गति आने वाले समय में धीमी हो सकती है।

2024 में यह 2.7 प्रतिशत और 2025 में 2.5 प्रतिशत रह सकती है, जो कि 2023 में 3 प्रतिशत थी। भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे तेज अर्थव्यवस्था है। 2023-24 में भारत की जीडीपी 8.2 प्रतिशत की दर से आगे बढ़ी थी।