नई दिल्ली, 5 मई (आईएएनएस)| भारत और रूस ने आतंकवाद (India and Russia terrorism) का मुकाबला करने पर 12वें भारत-रूस संयुक्त कार्य समूह के दौरान द्विपक्षीय और अन्य बहुपक्षीय मंचों पर आतंकवाद-रोधी सहयोग (counter-terrorism cooperation) को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की है। आतंकवाद का मुकाबला करने पर भारत-रूस संयुक्त कार्य समूह के द्विपक्षीय परामर्श का 12वां दौर मास्को में 3 से 4 मई के बीच हुआ, जिसमें विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा ने भाग लिया।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि द्विपक्षीय परामर्श भी संयुक्त राष्ट्र और बहुपक्षीय मुद्दों पर केंद्रित था, दोनों पक्षों ने आतंकवाद और उग्रवाद से निपटने में अपने अनुभव साझा किए और वैश्विक और क्षेत्रीय स्तर पर मौजूदा आतंकवादी खतरों पर चर्चा की।
विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया- रूसी पक्ष ने 2022 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद-रोधी समिति के अध्यक्ष के रूप में भारत की भूमिका की सराहना की और नई दिल्ली घोषणा को अपनाने का स्वागत किया, जिसमें आतंकवादी उद्देश्यों के लिए नई और उभरती प्रौद्योगिकियों के उपयोग का मुकाबला करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
संयुक्त कार्य समूह की सह-अध्यक्षता वर्मा और रूस के विदेश मामलों के उप मंत्री ओलेग साइरोमोलोटोव ने की थी। बैठक में दोनों पक्षों के संबंधित विभागों और एजेंसियों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। संयुक्त राष्ट्र से संबंधित मुद्दों पर भारत-रूस द्विपक्षीय परामर्श 4 मई को वर्मा और रूस के विदेश मामलों के उप मंत्री सर्गेई वर्शिनिन के बीच आयोजित किया गया था। दोनों पक्षों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सुधार सहित कई मुद्दों पर व्यापक चर्चा की। बयान में कहा गया है कि रूस ने संशोधित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्य के रूप में भारत के लिए अपना समर्थन दोहराया।