बेंगलुरु, 10 फरवरी (आईएएनएस)| (Karnataka) कर्नाटक के कॉलेजिएट और तकनीकी शिक्षा विभाग (DCTE) और सैमसंग सेमीकंडक्टरइंडिया रिसर्च (एसएसआईआर) ने गुरुवार को राज्यभर में 35 सरकारी पॉलिटेक्निक में ‘इंडस्ट्रियल इंटरनेट ऑफ थिंग्स लैब्स’ (आईओटी इनोवेशन लैब्स) स्थापित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। परियोजना की लागत 1.52 करोड़ रुपये है और इसमें कम से कम दो संस्थानों में एआई लैब स्थापित करना भी शामिल है।
बेंगलुरु स्थित विकास सौधा में आईटी/बीटी मंत्री सी.एन. अश्वथ नारायण, डीसीटीई के आयुक्त पी. प्रदीप और सैमसंग सेमीकंडक्टर इंडिया रिसर्च के उपाध्यक्ष व एमडी बालाजी सौरीराजन ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर नारायण ने कहा, सैमसंग इंडिया ने इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर स्किल्स काउंसिल ऑफ इंडिया के माध्यम से सैमसंग इनोवेशन कैंपस (एसआईसी) का संचालन किया है, जो सी20 करिकुलम इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) से जुड़े ऑनलाइन कोर्सवर्क की पेशकश करता है।
उन्होंने कहा कि एसआईसी कोर्सवर्क को हमारे सी20 पाठ्यक्रम के साथ मैप किया गया है, ताकि यह छात्रों को आईओटी में सभी बुनियादी अवधारणाओं को अच्छी तरह से सीखने में मदद करे।
उन्होंने कहा कि ऑनलाइन सीखने के संसाधनों और कैपस्टोन प्रोजेक्ट स्टेटमेंट के एक पुस्तकालय के साथ-साथ प्रयोग के अवसरों से छात्रों को पॉलिटेक्निक में उद्योग प्रशिक्षण प्राप्त करने में मदद करने के साथ-साथ प्रमाणन के माध्यम से उद्योग की साख प्राप्त करने में मदद मिलेगी, यह सुनिश्चित करते हुए कि वे नौकरी के लिए तैयार हैं।
इन प्रयोगशालाओं में उपकरण और प्रौद्योगिकियां शामिल हैं, जिन्हें मानव रहित हवाई वाहन (ड्रोन), ऑटोमोबाइल, बायो-मेडिकल, एग्रीटेक, बायोटेक और अन्य संभावित एसटीईएम अनुप्रयोगों सहित विभिन्न एसटीईएम प्रयोगों पर लागू किया जा सकता है।
छात्रों को आईओटी परियोजनाओं में उपकरण के रूप में उपयोग किए जाने वाले मोबाइल फोन की व्यावहारिक सेवा का प्रयोग करने और सीखने का भी अवसर मिलेगा।
अभी तक दो कॉलेजों में एआई लैब की स्थापना की पुष्टि हो चुकी है। हालांकि डीसीटीई ने कम से कम 15 संस्थानों में एआई लैब स्थापित करने को कहा है।
बताया गया है कि औराद, बागेपल्ली, बेंगलुरु, बेलगावी, बीदर, चामराजनगर, चिक्कमगलुरु, दावणगेरे, देवदुर्गा, हंगल, हरिहर, जलकी, जोइदा, कलाबुरगी, कलागी, काम्पली, कोप्पल, लिंगासुगुर, मंगलुरु, मोसले होसाहल्ली, मुंडागोड, मैसुरु, रायचूर, रामनगर, शिरलकोप्पा, शिवमोग्गा, सिद्धपुरा, श्रीरंगपटना, सुरपुरा, उडुपी और विजयपुरा स्थित सरकारी पॉलिटेक्निक में प्रयोगशालाएं स्थापित की जाएंगी।