साल 2025 का आखिरी ‘कोल्ड सुपरमून’ आज रात, न चूकें यह सबसे बड़ा और चमकीला खगोलीय नज़ारा!

'सुपरमून' एक ऐसी खगोलीय घटना है जब पूर्णिमा का चंद्रमा पृथ्वी के सबसे निकटतम बिंदु, जिसे पेरिगी (Perigee) कहते हैं, के पास आता है।

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  • Publish Date - December 4, 2025 / 05:29 PM IST

Cold SuperMoon: आज रात (4 दिसंबर, 2025) आसमान में साल का आखिरी और सबसे शानदार पूर्ण चंद्रमा दिखाई देगा, जिसे ‘कोल्ड सुपरमून’ (Cold Supermoon) कहा जाता है। यह इस साल का दूसरा सबसे बड़ा और सबसे चमकीला पूर्णिमा का चंद्रमा होगा, जिसे देखना खगोल प्रेमियों के लिए एक यादगार अनुभव हो सकता है।

क्या है कोल्ड सुपरमून?

‘सुपरमून’ एक ऐसी खगोलीय घटना है जब पूर्णिमा का चंद्रमा पृथ्वी के सबसे निकटतम बिंदु, जिसे पेरिगी (Perigee) कहते हैं, के पास आता है। इस दौरान चंद्रमा पृथ्वी से लगभग 3,57,000 किलोमीटर की दूरी पर होगा, जो औसत से 10 से 14 प्रतिशत करीब है।

इस निकटता के कारण चंद्रमा एक सामान्य पूर्णिमा की तुलना में थोड़ा बड़ा और 30 प्रतिशत तक अधिक चमकीला दिखाई देगा। चंद्रमा को ‘कोल्ड मून’ (Cold Moon) कहा जाता है क्योंकि यह नाम दिसंबर की लंबी और कड़ाके की सर्द रातों के कारण उत्तरी गोलार्ध के पारंपरिक लोककथाओं से लिया गया है।

भारत में कब और कैसे देखें?

यह अद्भुत दृश्य भारत के लगभग हर हिस्से में दिखाई देगा, हालांकि इसकी स्पष्टता आपके क्षेत्र के मौसम की स्थिति और बादलों पर निर्भर करेगी।

  • देखने का समय: चंद्रमा सूर्यास्त के ठीक बाद पूर्वी क्षितिज पर उदय होगा और पूरी रात दिखाई देगा। यह आधी रात के आसपास अपने उच्चतम बिंदु पर पहुंचेगा।

  • सर्वश्रेष्ठ दृश्य: चंद्रमा को सूर्यास्त के तुरंत बाद देखना सबसे अच्छा है, जब यह क्षितिज पर कम ऊंचाई पर होता है। इस समय “मून इल्यूजन” (Moon illusion) नामक ऑप्टिकल भ्रम के कारण यह इमारतों या पेड़ों से घिरा हुआ और भी विशाल दिखाई देता है।

  • इसे देखने के लिए किसी विशेष उपकरण की आवश्यकता नहीं है, लेकिन यदि आपके पास दूरबीन (binoculars) है, तो चंद्रमा की सतह पर मौजूद गड्ढों (craters) और अन्य विशेषताओं को अधिक स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।