देश के नौजवानों के साथ मेरा नाता ‘परम मित्र’ वाला : पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत मंडपम में देश के युवाओं से संवाद किया। मंच से उन्होंने नौजवानों पर अपने भरोसे की वजह भी बताई।

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  • Publish Date - January 12, 2025 / 04:41 PM IST

नई दिल्ली, 12 जनवरी (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत मंडपम में देश के युवाओं से संवाद (Prime Minister Narendra Modi interacted with the youth of the country at Bharat Mandapam.)किया। मंच से उन्होंने नौजवानों पर अपने भरोसे की वजह भी बताई। पीएम मोदी विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग में कई मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि युवाओं से उनका नाता पीएम का नहीं बल्कि परम मित्र (Not the PM’s best friend but)का है।

प्रधानमंत्री मोदी ने मंच से कहा, भारत की युवा शक्ति की ऊर्जा से आज ये भारत मंडपम भी ऊर्जा से भर गया है, ऊर्जावान हो गया है। आज पूरा देश स्वामी विवेकानंद जी को याद कर रहा है, उन्हें प्रमाण कर रहा है।

पीएम मोदी ने कहा, “स्वामी विवेकानंद जी को देश के नौजवानों पर बहुत भरोसा था। स्वामी जी कहते थे कि मेरा विश्वास युवा पीढ़ी में है, नई पीढ़ी में है। स्वामी जी कहते थे कि मेरे कार्यकर्ता नौजवान पीढ़ी से आएंगे और वो हर समस्या का समाधान निकालेंगे। जैसे विवेकानंद जी का आप पर भरोसा था, मेरा विवेकानंद जी पर भरोसा है, मुझे उनकी कही हर बात पर भरोसा है।”

उन्होंने आगे कहा, “भारत की युवा शक्ति उल्लेखनीय परिवर्तन ला रही है। विकसित भारत युवा नेता संवाद एक प्रेरक मंच के रूप में कार्य करता है, जो हमारे युवाओं की ऊर्जा और अभिनव भावना को एक विकसित भारत को आकार देने के लिए एकजुट करता है। भारत की युवाशक्ति का सामर्थ्य भारत को जल्द से जल्द विकसित राष्ट्र बनाएगा।”

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मेरा, मेरे देश के नौजवानों के साथ ‘परम मित्र’ वाला नाता है, वही रिश्ता है और मित्रता की सबसे मजबूत कड़ी होती है ‘विश्वास’। मुझे आप पर बहुत विश्वास है और इसी विश्वास ने मुझे माई भारत डॉट कॉम के गठन की प्रेरणा दी, इसी विश्वास ने विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग का आधार बनाया।”

पीएम मोदी ने अमेरिका का उदाहरण देते हुए अहम बात कही। बोले, “1930 के दशक में अमेरिका भीषण आर्थिक संकट में फंस गया था, तब अमेरिका की जनता ने ठाना कि हमें इससे बाहर निकलना है और तेज गति से आगे बढ़ना है। उन्होंने उसका रास्ता चुना और अमेरिका न सिर्फ उस संकट से निकला, बल्कि उसने विकास की रफ्तार को कई गुना तेज करके दिखाया।”

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