नीट यूजी 2024 : गुमनाम शहरों से भी निकले टॉपर्स, कोटा या कोट्टायम ही नहीं लखनऊ वालों ने भी किया कमाल
By : hashtagu, Last Updated : July 21, 2024 | 6:20 pm
इस पूरी तस्वीर को गौर से देखें तो हर्ष होगा। पाएंगे कि नामीगिरामी ट्यूशन हब के अलावा छोटे शहर या कस्बों ने भी टॉपर्स दिए हैं। 2023 से तुलनात्मक अध्ययन करने पर पता चलता है कि कामयाब होने वालों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। टॉपर्स से लेकर अच्छे स्कोरर्स की तादाद किसी एक केंद्र से नहीं, बल्कि, पहले के मुकाबले ज्यादा केंद्रों से रिकॉर्ड हुई है।
नीट परिणाम 2024 का गहनता से विश्लेषण करने पर साफ होता है कि कोटा, सीकर और कोट्टायम जैसे पारंपरिक ट्यूशन हब के छात्रों के लिए 700 अंक या उससे अधिक प्राप्त करना कोई बड़ी बात नहीं है। लेकिन, हैरानी ये देखकर हुई कि अन्य शहरों के अभ्यर्थियों ने भी खुद को साबित कर दिखाया। हमारे सामने कई उदाहरण है। इसमें लखनऊ से 35, कोलकाता से 27, महाराष्ट्र के लातूर से 25, नागपुर से 20, हरियाणा के फरीदाबाद से 19, नांदेड़ से 18, इंदौर से 17, कटक और कानपुर से 16-16, कोल्हापुर, नोएडा, साहिबजादा अजीत सिंह नगर से 14-14, आगरा और अलीगढ़ से 13-13, अकोला और पटियाला से 10-10, दावणगेरे से 8, बनासकांठा से 7 अभ्यर्थियों ने 700 या उससे अधिक अंक प्राप्त कर सफलता की नई कहानी लिख डाली।
सवाल उठता है कि आखिर ऐसा कैसे हो रहा है? जहां पढ़ाई के साधन कम हैं, वहां के अभ्यर्थी कैसे कमाल कर पा रहे हैं? इसका जवाब शायद नीट के पाठ्यक्रम को उच्चतर माध्यमिक के पाठ्यक्रम संग एलाइनमेंट से संभव हो पाया है।
रिपोर्ट बताती है कि 2023 के मुकाबले 2024 में विभिन्न शहरों में कामयाबी का झंडा बुलंद करने वाले अभ्यर्थियों की तादाद बढ़ी है। 2023 में 700 से 720 के बीच स्कोर करने वाले अभ्यर्थी 116 शहरों और 310 केंद्रों में थे।
650 से 699 स्कोर वाले 381 शहरों और 2,431 केंद्र से थे। वहीं, 2024 में इसका दायरा बढ़ा और 509 शहरों और 4,044 केंद्रों तक पहुंचा। 2023 में, 600 से 649 अंक हासिल करने वाले अभ्यर्थी 464 शहरों और 3,434 केंद्रों में थे, तो वहीं 2024 में 540 शहरों और 4,484 केंद्रों के छात्र इस फेहरिस्त में शामिल हुए।
आंकड़ों पर गौर करें तो पाएंगे कि 550 से 599 अंक स्कोर करने वाले छात्र 548 शहरों और 4,563 केंद्रों के थे।
इन आंकड़ों में सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित करने की बात भी है। नीट 2024 में 1 से 100वीं रैंक हासिल करने वाले अभ्यर्थी 56 शहरों और 95 केंद्रों के हैं। वहीं, 101 से 1000 रैंक वाले 187 शहरों और 706 केंद्रों के तो 1001 से 10,000 रैंक वाले उम्मीदवार 431 शहरों और 2,959 केंद्रों के और 10,001 से 50,000 के बीच रैंक वाले उम्मीदवार 523 शहरों और 4,283 केंद्रों के थे। 50,001 से 110000 रैंक वाले अभ्यर्थी 546 शहरों और 4,542 केंद्रों के थे। जबकि, 1,10000 से 1,50000 रैंक के बीच के अभ्यर्थी 539 शहरों और 4,470 केंद्रों के थे।