हैदराबाद, 8 जनवरी (आईएएनएस)। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता के. कविता (Kavitha) ने सोमवार को बिलकिस बानो सामूहिक बलात्कार मामले में गुजरात सरकार द्वारा 11 दोषियों को दी गई सजा को रद्द करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का स्वागत किया और इसे सशक्त संदेश बताया।
कविता ने एक्स पर पोस्ट किया,“हालांकि उनका दर्द अद्वितीय है, यह फैसला एक शक्तिशाली संदेश भेजता है: महिलाओं की अखंडता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता। न्याय की जीत होती है, ऐसा हर फैसला एक महत्वपूर्ण मिसाल कायम करता है कि हमारा देश महिलाओं के साथ खड़ा है।”
कविता, जो बीआरएस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की बेटी हैं, ने भी मामले के संबंध में भारत के मुख्य न्यायाधीश को अपनी अपील दोबारा पोस्ट की।
अगस्त 2022 में, उन्होंने हमारे कानूनों में देश के विश्वास को बचाने के लिए भारत के सर्वोच्च न्यायालय से गुहार लगाई थी।
उन्होंने गुजरात सरकार द्वारा 11 दोषियों की रिहाई को शर्मनाक बताते हुए सुप्रीम कोर्ट से हस्तक्षेप करने और तत्काल कार्रवाई करने की अपील की थी।
उन्होंने कहा था कि स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर बलात्कार और हत्या जैसे जघन्य अपराधों के दोषियों को रिहा करने के फैसले ने इस दिन की दिव्यता को धूमिल कर दिया है।
पूर्व सांसद ने कहा कि इस शर्मनाक फैसले को तुरंत वापस लिया जाना चाहिए ताकि नागरिकों का कानून पर से भरोसा न उठे और निर्भया कांड जैसे मामले दोबारा न हों और किसी महिला को बिलकिस बानो जैसा दर्द न झेलना पड़े।
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को जेल से बाहर 11 दोषियों को गुजरात सरकार द्वारा दी गई छूट को रद्द कर दिया और उन्हें दो सप्ताह के भीतर जेल अधिकारियों को रिपोर्ट करने का भी निर्देश दिया।