चेन्नई, 28 जनवरी (आईएएनएस)| तमिलनाडु (Tamil Nadu) के धर्मपुरी जिले के किसान वन विभाग द्वारा दो हाथियों के पकड़े जाने का इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि हाथी उनकी कृषि भूमि में फसलों को नष्ट कर रहे हैं। किसानों के अनुसार पिछले कुछ महीनों से पालाकोड, पप्परापट्टी और मरनदहल्ली में स्थित खेतों में बिना दांत वाले हाथी ने उत्पात मचा रखा है।
तमिलगा व्यवसाय संगम के अध्यक्ष एस.ए. चिन्नास्वामी ने बताया, “इन हाथियों द्वारा फसलों को नष्ट किया जा रहा है और राज्य सरकार द्वारा दिया गया मुआवजा अपर्याप्त है।”
विभाग के अधिकारियों ने अपनी ओर से कहा कि वे लगातार हाथियों का पीछा कर रहे हैं और उन्हें घने जंगल में भगाने की कोशिश कर रहे हैं।
धर्मपुरी में वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस (IAS) को बताया, पटाखे फोड़ने और घने जंगल में जानवरों को भगाने की कोशिश करने के बावजूद वे वापस आ रहे हैं। बिना दांत वाला ज्यादा खूंखार होता है और अगर हम ज्यादा कोशिश करेंगे तो यह जानवरों को नुकसान पहुंचाएगा। हाथी अधिक नुकसान कर रहा है। हमें हाथी को बेहोश करने के लिए राज्य के वन विभाग से मंजूरी की जरूरत है।
जिला वन अधिकारियों को हाथियों को शांत करने और उन्हें पकड़ने के लिए एक बड़े ऑपरेशन के लिए राज्य के मुख्य वन्यजीव वार्डन और संसाधनों से मंजूरी की आवश्यकता होती है।
किसान संघ राजस्व विभाग द्वारा मुहैया कराए गए पैसों को लेकर भी चिंतित है, क्योंकि क्षतिग्रस्त फसलों का मुआवजा बहुत कम है।
हालांकि, चेन्नई में वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि हाथियों को पकड़ने का निर्णय जल्द ही लिया जाएगा और आने वाले दिनों में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की जाएगी।