फ़रीदाबाद: दिल्ली के नज़दीक फ़रीदाबाद में 350 किलो विस्फोटक (explosives) बरामदगी के मामले में जांचकर्ताओं को नया सुराग मिला है। जानकारी के मुताबिक, एक महिला डॉक्टर का नाम सामने आया है, जिनके वाहन में एक असॉल्ट राइफल, पिस्टल और गोलियां रखी मिली हैं। यह महिला डॉक्टर डॉ. मुजम्मिल शकील के साथ फ़रीदाबाद के एक अस्पताल में काम करती हैं।
हादसे की जांच के दौरान, पुलिस ने मारुति सुजुकी स्विफ्ट कार की तलाशी ली, जिसका नंबर फ़रीदाबाद का HR 51 कोड से शुरू होता है। कार के मालिक की पहचान महिला डॉक्टर के रूप में हुई। यह खुलासा डॉ. शकील से पूछताछ के दौरान हुआ, जिन्होंने पुलिस को रेंट पर लिए गए कमरे और उस स्विफ्ट कार की जानकारी दी।
पुलिस ने डॉ. शकील के कमरे से 8 बड़े और 4 छोटे सूटकेस में विस्फोटक सामग्री बरामद की, जिनमें मुख्य रूप से अमोनियम नाइट्रेट होने का संदेह है। इसके साथ ही, जम्मू-कश्मीर और हरियाणा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में कार से AK-74 असॉल्ट राइफल, 83 गोलियां, पिस्टल और अन्य मैगज़ीन बरामद किए गए।
जानकारी के अनुसार, विस्फोटक सामग्री लगभग दो सप्ताह पहले डॉ. शकील तक पहुंची थी। पुलिस शक कर रही है कि उनका जैश-ए-मोहम्मद से संबंध हो सकता है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि राष्ट्रीय राजधानी के पास इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक क्यों रखा गया।
पुलिस यह भी पता लगाने में लगी है कि इतनी भारी विस्फोटक सामग्री दिल्ली के पास कैसे बिना किसी जांच के पहुंच गई। यह मामला अक्टूबर 27 से जुड़ा है, जब श्रीनगर में जैश-ए-मोहम्मद के समर्थन में पोस्टर लगाए गए थे। स्थानीय पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पोस्टर लगाने वाले की पहचान की और उसे सहारनपुर, उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया। इस गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने डॉ. शकील और उनके साथियों की ओर ध्यान केंद्रित किया और फ़रीदाबाद से विस्फोटक बरामद किया।