कतर एयरवेज में शाकाहारी यात्री की मौत: मांस हटाकर खाने को कहा, चोक होने से जान गई

यह मामला एयरलाइंस द्वारा यात्रियों की विशेष डाइट संबंधी जरूरतों को लेकर बरती जा रही लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े करता है, खासकर जब बात बुजुर्ग या स्वास्थ्य से जुड़ी ज़रूरतों की हो।

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  • Updated On - October 9, 2025 / 11:47 AM IST

Qatar Airways: लॉस एंजेलेस से कोलंबो जा रही कतर एयरवेज की फ्लाइट में एक 85 वर्षीय शाकाहारी यात्री की मांस खाने के चलते चोक होने से मौत हो गई। मृतक डॉ. अशोक जयवेरा, दक्षिण कैलिफोर्निया के एक रिटायर्ड कार्डियोलॉजिस्ट थे। उन्होंने यात्रा से पहले विशेष रूप से शाकाहारी भोजन का ऑर्डर दिया था, लेकिन फ्लाइट में उन्हें मांस वाला खाना परोसा गया। जब उन्होंने आपत्ति की, तो फ्लाइट अटेंडेंट ने कहा कि “मांस हटा कर खा लें।”

यह घटना 30 जून 2023 को लॉस एंजेलेस से कोलंबो जा रही फ्लाइट में हुई, जिसकी कुल उड़ान अवधि 15.5 घंटे थी। शाकाहारी भोजन उपलब्ध नहीं होने की जानकारी मिलने के बाद, उन्हें नॉन-वेज खाना दिया गया और सलाह दी गई कि वे “मांस के चारों ओर से खाना खा लें”।

खाना खाते समय डॉ. जयवेरा का दम घुटने लगा और वे बेहोश हो गए। फ्लाइट क्रू ने तुरंत मेडिकल सहायता देने की कोशिश की और MedAire नाम की एक रिमोट मेडिकल सेवा से संपर्क किया गया, लेकिन उनकी हालत बिगड़ती चली गई। फ्लाइट को बाद में स्कॉटलैंड के एडिनबरा में लैंड कराया गया, जहां उन्हें अस्पताल ले जाया गया। 3 अगस्त 2023 को डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनकी मौत की वजह एस्पिरेशन निमोनिया बताई गई — यह एक गंभीर फेफड़ों का संक्रमण होता है जो खाना या तरल पदार्थ के सांसनली में चले जाने से होता है।

डॉ. जयवेरा के बेटे, सूर्य जयवेरा ने अब कतर एयरवेज के खिलाफ अमेरिका में गलत मृत्यु (wrongful death) का मुकदमा दायर किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि एयरलाइन ने न केवल पहले से ऑर्डर किया गया शाकाहारी भोजन नहीं दिया, बल्कि मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में उचित कार्रवाई भी नहीं की।

मुकदमे में $128,821 (लगभग 1 करोड़ रुपये) का हर्जाना मांगा गया है, जो Montreal Convention के तहत निर्धारित न्यूनतम राशि है। अमेरिका और कतर दोनों इस अंतरराष्ट्रीय संधि के सदस्य हैं, जो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में यात्री की मौत या चोट पर एयरलाइन की ज़िम्मेदारी तय करती है। इस संधि के अनुसार, लगभग $175,000 तक की क्षतिपूर्ति निर्धारित की गई है।

यह मामला एयरलाइंस द्वारा यात्रियों की विशेष डाइट संबंधी जरूरतों को लेकर बरती जा रही लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े करता है, खासकर जब बात बुजुर्ग या स्वास्थ्य से जुड़ी ज़रूरतों की हो।

इससे पहले भी कतर एयरवेज और अन्य एयरलाइनों के साथ ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। ब्रिटिश रियलिटी स्टार जैक फाउलर की कतर एयरवेज की फ्लाइट में लगभग जान चली गई थी, जब उन्हें नट्स वाली चिकन करी परोस दी गई थी, जबकि उन्हें नट एलर्जी थी। एक अन्य मामले में, सिंगापुर एयरलाइंस की फ्लाइट को तब पेरिस डायवर्ट करना पड़ा था, जब एक 41 वर्षीय महिला को शेलफिश एलर्जी के कारण गंभीर स्थिति में अस्पताल ले जाना पड़ा।

इस घटना ने एयरलाइंस के डाइट प्रबंधन और इमरजेंसी मेडिकल सहायता प्रोटोकॉल को लेकर वैश्विक बहस को और तेज कर दिया है।