विवेकानंद भारतीय मूल्यों के प्रतीक और युवाओं के लिए प्रेरणापुंज थे : खड़गे
By : brijeshtiwari, Last Updated : January 12, 2023 | 11:58 am
खड़गे ने कहा कि स्वामी जी ने कहा था, सांप्रदायिकता, कट्टरता और इसके भयानक वंशजों के धार्मिक हठ ने लंबे समय से इस खूबसूरत धरती को जकड़ रखा है। उन्होंने इस धरती को हिंसा से भर दिया है। और कितनी ही बार यह धरती खून से लाल हो चुकी है। न जाने कितनी सभ्यताएं तबाह हुईं और कितने देश मिटा दिए गए।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आज हमारे करोड़ों लोग भारत को एक करने की आकांक्षा व सपने देखने में और समाज में फैली नफरत को मिटाने के लिए आतुर हैं। स्वामी जी का संदेश हम सभी के लिए, विशेष रूप से हमारे युवाओं के लिए मार्गदर्शक प्रकाश बना हुआ है।
भारत दुनिया की युवा आबादी का पांचवां हिस्सा है। भारत का युवा बदलाव को बेकरार हैं। वे बेहतर और सुरक्षित जीवन का सपना देख रहें है। और चाहते हैं कि भारत वैश्विक प्रगति के शिखर पर विराजमान हो। हम जानते हैं कि यह तभी संभव हो सकता है। जब हम धर्म, जाति, भाषा, जातीयता, रंग, पंथ या लिंग की बाधाओं को हम तोड़ दें।
अंत में खड़गे ने कहा कि सद्भाव में रहने वाला समाज ही इसे प्राप्त कर सकता है। तो आइए हम इस बदलाव की शुरूआत करने के लिए साथ आएं। जैसे स्वामी विवेकानंद जी ने कहा उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य ना प्राप्त हो जाये!