ब्रिटेन की सिख महिला ने ‘काल्पनिक’ ऑनलाइन प्रेमी के लिए एक मिलियन पाउंड चुराए

By : hashtagu, Last Updated : July 22, 2023 | 1:21 pm

लंदन, 22 जुलाई (आईएएनएस)। एक ब्रिटिश (British) सिख महिला, इस बात से अनजान थी कि वह एक ‘रोमांस धोखाधड़ी’ में फंस रही है, उसने अपने नियोक्ता से लगभग एक मिलियन पाउंड की चोरी की और इसे अपने ऑनलाइन प्रेमी को दे दिया, जिसका कोई अस्तित्व ही नहीं था।

मेट्रो अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, टोक्सटेथ की 60 वर्षीय मंजीत सिंह को लिवरपूल क्राउन कोर्ट ने धोखाधड़ी के आठ मामले स्वीकार करने के बाद इस सप्ताह दो साल की जेल की सजा सुनाई।

सिंह ने एक डेटिंग साइट पर मुलाकात के बाद लिवरपूल में लेई डाट एंड बेग सॉलिसिटर के अपने नियोक्ता के खातों से जीबीपी 958,180 को दूसरे खाते में स्थानांतरित कर दिया, जिसके बारे में उनका मानना था कि यह रवि जानी का था।

अदालत की सुनवाई में सामने आया कि सिंह ने जानी से शादी करने के लिए यूके आने की बात कही थी। इसके बाद वह उसके प्यार में पड़ गया और उसने उससे कहा कि उसे दुबई से अपने उपकरण भेजने के लिए पैसे की जरूरत है, जहां उसने काम करने का दावा किया था।

उनकी मुलाकात एक डेटिंग साइट पर हुई थी और जांच के दौरान यह सामने आया कि प्रेमी काल्पनिक था और पुलिस आज तक उसका पता नहीं लगा पाई है।

अभियोजन पक्ष के पीटर किलेन ने अदालत को बताया कि सिंह 2014 में आईटी सिस्टम पर एक स्वयंसेवक के रूप में कानूनी फर्म में शामिल हुए थे।

2019 तक, एक पूर्णकालिक कर्मचारी के रूप में, उसे मालिक नईम बेग की देखरेख में ग्राहक और कार्यालय खातों के बीच धन हस्तांतरित करने और भुगतान करने के लिए प्रशिक्षित और विश्वसनीय बनाया गया था।

मेट्रो की रिपोर्ट के अनुसार, जब बेग ने 6 अक्टूबर, 2021 को अपने व्यवसाय खाते की जांच की, तो वह यह देखकर हैरान रह गए कि जीबीपी 800,000 की जगह केवल जीबीपी 40,000 ही था।

बेग ने पाया कि पिछले दो हफ्तों में जीबीपी1,000 और जीबीपी 260,000 के बीच आठ लेनदेन एक ही खाते से किए गए थे, तो सिंह ने उसे बताया कि उसने गलती से उन्हें अपने खाते के बजाय कंपनी खाते से बना दिया था।

उसने बेग को पैसे की प्रतिपूर्ति के लिए जानी के चेक की एक तस्वीर दिखाई, साथ ही एक बैंक खाते के स्क्रीनशॉट भी दिखाए जो कथित तौर पर उसके प्रेमी का था, इसमें 2,0 लाख डॉलर से अधिक राशि थी।

सिंह ने स्थानांतरण करना स्वीकार किया और कहा: “यह सिर्फ एक बेवकूफी है जो मैंने यह सोचकर किया कि मैं किसी की मदद कर रही हूं और फिर मैं खुद ही फंस गई, यह सोचकर कि पैसा खाते में वापस आ जाएगा, आप जानते हैं, और सब ठीक हो जाएगा”।

जब उसके बैंक खातों की जांच की गई, तो इस बात का कोई सबूत नहीं मिला कि धोखाधड़ी से उसे किसी भी तरह से आर्थिक लाभ हुआ हो।

मेट्रो ने न्यायाधीश डेविड ऑब्रे केसी के हवाले से कहा, “न केवल आप एक धोखेबाज है, बल्कि आप धोखाधड़ी के शिकार भी हैं और जिसे उचित रूप से रोमांस धोखाधड़ी कहा जाता है। आपको धोखा दिया गया और आप खुद एक क्लासिक ऑनलाइन ठगी का शिकार थे। आपने जो बेईमानी की, उसके लिए आपको एक पैसा भी नहीं मिला और उस समय यह स्पष्ट है कि आपका शोषण किया गया।”

न्यायाधीश ने सिंह को सजा सुनाते हुए कहा, ”उसने (जानी) आपकी जिंदगी में घुसपैठ की, आप मददगार थे, वास्तव में, मेरे फैसले से आप आश्चर्यचकित हैं।”

अदालत मे सामने आया कि जानी ने सिंह को आश्वासन दिया कि पैसे चुका दिए जाएंगे, लेकिन 7 अक्टूबर के बाद से उसने संदेशों का जवाब देना बंद कर दिया।

मेट्रो की रिपोर्ट के अनुसार, न्यायाधीश ऑब्रे ने कहा कि सॉलिसिटर की फर्म को उसके बीमाकर्ताओं द्वारा प्रतिपूर्ति की गई है और बेग अब अवसाद रोधी दवाएं ले रहे हैं, क्योंकि उन्हें भुगतान की गारंटी के लिए अपनी निजी संपत्ति को आगे रखना पड़ा।

बचाव पक्ष के वकील ने कहा कि सिंह को लंबे समय से मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं हैं, वह कठिन समय से गुजर रही थीं।