महाराष्ट्र में चुनाव से पहले बवाल, बहुजन विकास अघाड़ी ने विनोद तावड़े पर लगाए गंभीर आरोप
By : hashtagu, Last Updated : November 19, 2024 | 4:49 pm
इसके बाद विनोद तावड़े को पालघर के नालासोपारा विधानसभा क्षेत्र में बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं ने घेर लिया और जमकर हंगामा किया। हालांकि, भाजपा के दिग्गज नेता तावड़े ने उनके इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया, “नालासोपारा के विधायकों की एक बैठक चल रही थी। मतदान के दिन के लिए आदर्श आचार संहिता, वोटिंग मशीनों को कैसे सील किया जाएगा और अगर कोई आपत्ति करनी है तो कैसे किया जाएगा… मैं उन्हें इसके बारे में बताने के लिए वहां गया था। बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं, क्षितिज ने सोचा कि हम पैसे बांट रहे हैं। चुनाव आयोग और पुलिस को जांच करने दें, मैं 40 साल से पार्टी में हूं, पूरी पार्टी मुझे जानती है… फिर भी मेरा मानना है कि चुनाव आयोग को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए।”
इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि मुंबई के विवांता होटल में विनोद तावड़े और स्थानीय नेता राजन नाइक को बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं ने घेर लिया। इस दौरान भाजपा और बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर हंगामा भी हुआ। फिलहाल, कई पुलिस अधिकारी होटल में मौजूद हैं। स्थित तनावपूर्ण होने के चलते होटल को सील कर दिया गया है।
उधर, भाजपा नेता विनोद तावड़े के वायरल वीडियो पर शिवसेना (यूबीटी) की नेता प्रियंका चतुर्वेदी की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ”एक पैसा फेंक, इलेक्शन कमीशन तमाशा देख, जनता अब देगी तमाचा एक।”
कांग्रेस ने भी विनोद तावड़े के वायरल वीडियो को लेकर भाजपा पर निशाना साधा। कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ”भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े महाराष्ट्र के एक होटल में पैसे बांटते हुए पकड़े गए हैं। विनोद तावड़े बैग में पैसे लेकर गए थे और वहां पर लोगों को बुला-बुलाकर पैसे बांट रहे थे। ये खबर जब जनता को पता चली तो भारी हंगामा हो गया। पैसों के साथ विनोद तावड़े के कई वीडियो सामने आ रहे हैं। महाराष्ट्र में वोटिंग होने वाली है, उससे ठीक पहले भाजपा के नेता पैसों के दम पर चुनाव को प्रभावित करने में लगे हैं। इसमें कार्यकर्ताओं से लेकर बड़े-बड़े नेता तक शामिल हैं। चुनाव आयोग को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।”