हैदराबाद, 19 अगस्त (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी (Abhisekh Manu Singhvi) ने तेलंगाना से सोमवार को राज्यसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया। सिंघवी के नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क, मंत्री, विधायक, एमएलसी, सांसद और पार्टी की राज्य मामलों की प्रभारी दीपा दास मुंशी मौजूद थीं।
चुनाव आयोग ने बीते सप्ताह 9 राज्यों की 12 राज्यसभा सीटों पर चुनाव कराने के लिए घोषणा की थी। 12 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव 3 सितंबर को होंगे।
इधर, चुनाव आयोग की घोषणा के बाद, बुधवार को कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव के लिए तेलंगाना से अभिषेक मनु सिंघवी को अपना उम्मीदवार घोषित किया था। पार्टी द्वारा जारी एक नोटिफिकेशन में कहा गया कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की मंजूरी के बाद अभिषेक मनु सिंघवी को राज्यसभा उपचुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया गया है।
बता दें कि जिन 12 राज्यसभा सीटों पर 3 सितंबर को चुनाव होने हैं, उनमें एक सीट तेलंगाना की भी है। कांग्रेस नेता सिंघवी 3 सितंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए अब तक नामांकन दाखिल करने वाले पहले और एकमात्र उम्मीदवार हैं। कांग्रेस को उम्मीद है कि सिंघवी सर्वसम्मति से राज्यसभा के लिए चुने जाएंगे। विपक्षी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के पास उम्मीदवार खड़ा करने के लिए पर्याप्त संख्या नहीं है।
नवंबर 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 119 सदस्यीय विधानसभा में 64 सीटें जीती थीं। इस साल मई में हुए उपचुनाव में उसने सिकंदराबाद विधानसभा सीट भी जीती। पिछले छह महीनों में बीआरएस के 10 विधायकों के पाला बदलने के बाद विधानसभा में पार्टी की ताकत बढ़कर 75 हो गई है।
भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) छोड़कर केशव राव कांग्रेस में शामिल हो गए। बाद में सदन से इस्तीफा दे दिया। उनका इस्तीफा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वीकार किया था। वह बीआरएस के लिए साल 2020 से राज्यसभा के सदस्य थे। उनके इस्तीफा देने के बाद यहां की राज्यसभा सीट खाली हो गई। इस खाली सीट पर कांग्रेस ने सिंघवी पर भरोसा जताया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अभिषेक मनु सिंघवी इसी साल हुए राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से हिमाचल प्रदेश से हार गए थे। 27 फरवरी को हुए राज्यसभा चुनाव में उन्हें 34 वोट मिले थे। वहीं, भाजपा के उम्मीदवार हर्ष महाजन को भी 34 वोट मिले। दोनों उम्मीदवारों को बराबर वोट मिले। जीत हार का फैसला करने के लिए लॉटरी निकाली गई। जिसमें भाजपा के हर्ष महाजन की जीत हुई।