जल संरक्षण में तेलंगाना अव्वल, छत्तीसगढ़ दूसरे नंबर पर — बालोद और राजनांदगांव ने बढ़ाया राज्य का मान

यह सफलता इस बात का संकेत है कि राज्य में समुदाय आधारित जल प्रबंधन और स्थानीय स्तर पर जल संचय परियोजनाओं को लेकर लोगों में जागरूकता और भागीदारी बढ़ी है।

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  • Publish Date - November 11, 2025 / 10:19 PM IST

नई दिल्ली / रायपुर: देशभर में जल संरक्षण के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दूसरा स्थान हासिल किया है। जल शक्ति (Jal Shakti) मंत्रालय द्वारा आयोजित ‘जल शक्ति अभियान: कैच द रेन (JSJB 1.0)’ के अंतर्गत यह उपलब्धि मिली है।

जल शक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल ने सोमवार को बताया कि तेलंगाना ने 5.2 लाख जल संरक्षण संरचनाओं के निर्माण के साथ पहला स्थान पाया है, जबकि छत्तीसगढ़ ने 4.05 लाख परियोजनाओं के साथ दूसरा स्थान और राजस्थान ने 3.64 लाख संरचनाओं के साथ तीसरा स्थान हासिल किया है। ये पुरस्कार 18 नवंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा दिए जाएंगे।

छत्तीसगढ़ का शानदार प्रदर्शन — बालोद, राजनांदगांव और रायपुर आगे:
पूर्वी क्षेत्र में छत्तीसगढ़ ने बाजी मारी है।

  • बालोद जिला 92,742 जल संरक्षण संरचनाओं के साथ पहले स्थान पर रहा।

  • राजनांदगांव ने 58,967 संरचनाओं के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया।

  • रायपुर 36,282 संरचनाओं के साथ तीसरे स्थान पर रहा।

यह सफलता इस बात का संकेत है कि राज्य में समुदाय आधारित जल प्रबंधन और स्थानीय स्तर पर जल संचय परियोजनाओं को लेकर लोगों में जागरूकता और भागीदारी बढ़ी है।

जल शक्ति अभियान का उद्देश्य:
सितंबर 2024 में सूरत से शुरू किया गया यह अभियान जल प्रबंधन को “समग्र सरकार और समग्र समाज” के मॉडल के रूप में लागू करता है। इसके तहत राज्यों को कम से कम 10,000 कृत्रिम पुनर्भरण और भंडारण संरचनाएं बनाने का लक्ष्य दिया गया था।