नियति ने भगवान राम का भव्य मंदिर बनाने के लिए पीएम मोदी को पहले ही चुन लिया था: आडवाणी
By : hashtagu, Last Updated : January 13, 2024 | 10:12 am
सूत्रों के मुताबिक, आडवाणी ने राष्ट्र धर्म पत्रिका के अगले विशेष अंक के लेख में राम मंदिर के लिए निकाली गई अपनी रथ यात्रा को याद करते हुए कहा कि रथ यात्रा को 33 साल पूरे हो रहे हैं। वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस पूरी रथ यात्रा के दौरान उनके साथ थे।
आडवाणी ने आगे लिखा कि उस समय नरेंद्र मोदी ज्यादा प्रसिद्ध नहीं थे लेकिन उसी समय नियति ने उन्हें भगवान राम का भव्य मंदिर बनाने के लिए चुन लिया था।
आडवाणी ने कहा कि उन्होंने जब रथ यात्रा शुरू की थी तब उन्हें यह नहीं पता था कि यह यात्रा देश में एक बड़े आंदोलन का रूप ले लेगी। लेकिन उसी दौरान भगवान राम ने अपने भव्य मंदिर के निर्माण के लिए अपने भक्त (नरेंद्र मोदी) को चुन लिया था। उन्होंने कहा कि नियति ने तय किया था कि अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनेगा और इसके लिए उसने वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुन लिया था।
राम मंदिर आंदोलन को अपनी राजनीतिक यात्रा की सबसे अधिक निर्णायक और परिवर्तनकारी घटना बताते हुए आडवाणी ने आंदोलन के दौरान के अपने कई अनुभवों को भी लेख में साझा किया है। आडवाणी ने राजनीति में दशकों तक उनके साथी रहे पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए यह भी कहा कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी की कमी बहुत खल रही है।
सूत्रों के मुताबिक, राम मंदिर के सपने को साकार करने और अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर बनाने के उनके संकल्प को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई देते हुए आडवाणी ने कहा कि जब प्रधानमंत्री मोदी राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा करेंगे तो वह उस समय देश के प्रत्येक नागरिक का प्रतिनिधित्व करेंगे।
उल्लेखनीय है कि अयोध्या में 22 जनवरी को होने जा रहे प्राण प्रतिष्ठा समारोह कार्यक्रम के लिए लालकृष्ण आडवाणी को भी निमंत्रित किया गया है। हालांकि पहले यह कहा जा रहा था कि खराब स्वास्थ्य के कारण आडवाणी अयोध्या नहीं जा पाएंगे लेकिन आईएएनएस के साथ खास बातचीत करते हुए विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने आडवाणी के कार्यक्रम में शामिल होने की पुष्टि करते हुए कहा कि उनके स्वास्थ्य को देखते हुए डॉक्टर और मेडिकल तैयारी सहित तमाम व्यवस्थाएं अयोध्या में की जाएँगी।