नई दिल्ली, 30 मई (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण (Seventh and final phase of Lok Sabha elections) के तहत 1 जून को 8 राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों की 57 लोकसभा सीटों (57 Lok Sabha seats) पर मतदान होगा। सातवें चरण का यह चुनाव केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण होने जा रहा है।
1 जून को पश्चिम बंगाल की जिन 9 लोकसभा सीटों पर चुनाव होने जा रहा है, उन सभी सीटों पर तृणमूल कांग्रेस का कब्जा है और पश्चिम बंगाल में बड़ी जीत का दावा कर रही भाजपा इनमें से कई सीटों को ममता बनर्जी की पार्टी से छीनने की पुरजोर कोशिश कर रही है।
ओडिशा की जिन 6 लोकसभा सीटों पर 1 जून को चुनाव होना है, उसमें से 4 पर बीजू जनता दल और 2 पर भाजपा के सांसद हैं। इस बार राज्य के सीएम नवीन पटनायक के स्वास्थ्य को लेकर जिस तरह से भाजपा और स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोर्चा खोल रखा है, उससे पार्टी की विस्तार की मंशा और कोशिश साफ-साफ नजर आ रही है।
1 जून को मतदान वाले अन्य राज्यों की बात करें तो भाजपा झारखंड में जेएमएम और उत्तर प्रदेश में बसपा की जीती हुई सीटों पर इस बार जीत हासिल करने की पुरजोर कोशिश कर रही है।
1 जून को पंजाब की 13, उत्तर प्रदेश की 13, पश्चिम बंगाल की 9, बिहार की 8, ओडिशा की 6, हिमाचल प्रदेश की 4, झारखंड की 3 और चंडीगढ़ की एक लोकसभा सीट सहित कुल मिलाकर 8 राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों की 57 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी। मतों की गिनती 4 जून को होगी।
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