पीएम मोदी के बयान से चीन को अड़ियल रुख बनाए रखने का हौसला मिला : कांग्रेस
By : hashtagu, Last Updated : September 16, 2023 | 9:01 pm
कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) (CWC) की बैठक में मणिपुर, जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा चुनौतियों और उत्तरी सीमाओं पर चीनी चुनौती के बारे में चिंता व्यक्त की गई।
मसौदा प्रस्ताव पर विचार-विमर्श के बारे में मीडियाकर्मियों को जानकारी देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि विभिन्न स्तरों पर कई वार्ताओं के बावजूद चीनी विरोध में मजबूती से खड़े हैं।
उन्होंने कहा कि 19 जून 2020 को सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री ने बयान दिया था कि भारतीय क्षेत्र पर कोई विदेशी सेना नहीं है और किसी ने भी घुसपैठ नहीं की है। उनके इस बयान ने चीन को एक इंच भी पीछे न हटने की अपनी जिद्दी स्थिति जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
यथास्थिति के साहसी शब्दों का क्या हुआ? यथास्थिति के बारे में कोई नहीं बोलता। याद रखें, पहले कुछ दिनों तक भारत की मांग यथास्थिति की थी। क्या आज कोई इसके बारे में बोलता है? इसके विपरीत, हमारे नुकसान के लिए हर दिन, हर महीने यथास्थिति बदली जा रही है।
पूर्ववर्ती भारतीय कब्जे वाले क्षेत्र पर अधिक बफर जोन बनाए जा रहे हैं। इसका क्या मतलब है? इसका मतलब है कि हम अपना क्षेत्र खो रहे हैं और चीनी उस क्षेत्र पर कब्ज़ा कर रहे हैं। सीडब्ल्यूसी को लगता है कि मणिपुर और जम्मू-कश्मीर दोनों में स्थिति सामान्य से बहुत दूर है।
कांग्रेस नेता ने कहा, “मणिपुर 5 मई से जल रहा है। यह पिछले 157 दिनों से जल रहा है लेकिन प्रधानमंत्री को राज्य का दौरा करने का समय नहीं मिला।”
जब अनुच्छेद 370 को निरस्त करने से संबंधित मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में हो रही थी, तब सरकार ने हलफनामे में कहा था कि जम्मू-कश्मीर सामान्य स्थिति में लौट आया है।
कांग्रेस नेता ने आतंकवादियों द्वारा एक कर्नल, एक मेजर, डिप्टी एसपी और राइफलमैन के शहीद होने का जिक्र करते हुए कहा, “हम जो देख रहे हैं वह सामान्य स्थिति से बहुत दूर है।”
पार्टी ने कहा कि जब कश्मीर में यह हो रहा था, प्रधानमंत्री और भाजपा जी20 शिखर सम्मेलन की सफलता का जश्न मना रहे थे।
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में तीन प्रस्ताव पारित हुए हैं।
इनमें तीनों शोक प्रस्ताव हैं। पहला प्रस्ताव- केरल के पूर्व सीएम श्री ओमान चांडी जी के निधन को लेकर है। दूसरा- मणिपुर में जारी हिंसा के पीड़ितों के लिए और तीसरा- हिमाचल प्रदेश के आपदा पीड़ितों के लिए है।
हिमाचल प्रदेश… pic.twitter.com/hy2erHxwrM
— Congress (@INCIndia) September 16, 2023