राजा सिंह ने भाजपा से दिया इस्तीफा, पार्टी नेतृत्व पर उठाए गंभीर सवाल

सिंह ने अपने इस्तीफे के फैसले को लेकर एक पत्र जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि वह पार्टी से अलग हो रहे हैं, लेकिन हिन्दुत्व की विचारधारा और गोशामहल क्षेत्र के लोगों की सेवा के प्रति उनका समर्पण पहले जैसा रहेगा।

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  • Updated On - June 30, 2025 / 05:13 PM IST

हैदराबाद, 30 जून 2025:  तेलंगाना की राजनीति में एक नया मोड़ सामने आया है जब भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के प्रमुख नेता और गोशामहल विधानसभा सीट से विधायक टी. राजा सिंह (Raja Singh) ने पार्टी से इस्तीफा देने का ऐलान किया। हिन्दुत्व के समर्थक और भाजपा के सक्रिय नेता के रूप में जाने जाने वाले सिंह ने इस निर्णय को लेकर गहरी नाराजगी जाहिर की और भाजपा नेतृत्व पर कई गंभीर आरोप लगाए।

सिंह ने अपने इस्तीफे के फैसले को लेकर एक पत्र जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि वह पार्टी से अलग हो रहे हैं, लेकिन हिन्दुत्व की विचारधारा और गोशामहल क्षेत्र के लोगों की सेवा के प्रति उनका समर्पण पहले जैसा रहेगा। उन्होंने पत्र में लिखा, “मैं सिर्फ अपनी व्यक्तिगत भावनाओं की नहीं, बल्कि उन हजारों कार्यकर्ताओं की भी आवाज़ बन रहा हूं जो आज खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं।”

टी. राजा सिंह ने पार्टी के अंदरूनी विवादों और नेतृत्व चयन पर भी सवाल उठाए। उन्होंने भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष श्री रामचंदर राव के चयन पर असंतोष व्यक्त किया और इसे पार्टी के लिए गलत निर्णय बताया। सिंह का कहना था, “यह निर्णय न केवल पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए निराशाजनक है, बल्कि यह पार्टी को राज्य में होने वाले आगामी चुनावों में नुकसान भी पहुंचा सकता है।”

सिंह का यह इस्तीफा भाजपा के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है, क्योंकि वह पार्टी के हिन्दुत्ववादी चेहरों में से एक थे और उनका प्रभाव गोशामहल क्षेत्र में काफी मजबूत था। उनका इस्तीफा पार्टी के भीतर एक असंतोष की भावना को उजागर करता है, जो आने वाले समय में भाजपा के लिए चुनौती बन सकता है। फिलहाल भाजपा नेतृत्व से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि टी. राजा सिंह का यह कदम भाजपा के राज्य स्तर पर रणनीति को प्रभावित कर सकता है।

Raja SIngh letter