तुष्टिकरण के लिए राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को ठुकराया, यह देश की परंपरा नहीं : पीएम मोदी
By : hashtagu, Last Updated : April 16, 2024 | 11:52 am
उन्होंने विरोधियों द्वारा संविधान बदलने का डर दिखाए जाने पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा या आरएसएस, या स्वयं बाबा साहब भीमराव अंबेडकर भी आ जाएं तो वे संविधान नहीं बदल सकते।
गया के गांधी मैदान में एनडीए के प्रत्याशी जीतन राम मांझी के पक्ष में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा पीएम मोदी ने कहा कि आपके लिए संविधान राजनीति करने का जरिया हो सकता है, मेरे लिए यह आस्था और श्रद्धा है।
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने बाबा साहब को जितना सम्मान दिया है और उनके जीवन से जुड़े स्थानों को पंच तीर्थ बनाया है, उसके बाद उन्हें बाबा साहब पर बोलने का अधिकार भी नहीं है।
उन्होंने कहा कि राजेंद्र प्रसाद और बाबा साहब ने अगर संविधान नहीं दिया होता तो आज पिछड़े परिवार का बेटा पीएम नहीं होता।
उन्होंने राजद पर जोरदार निशाना साधते हुए कहा कि राजद का मतलब जंगलराज, भ्रष्टाचार है। राजद ने बिहार को दो ही चीजें दी हैं — जंगलराज और भ्रष्टाचार।
राजद के नौकरी देने के दावे पर उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि स्थिति यह है कि ये अपनी सरकार के किए गए कार्यों को नहीं बता सकते, नीतीश सरकार और केंद्र सरकार के कार्यों की क्रेडिट लेते हैं।
उन्होंने लोगों से सवाल करते हुए कहा कि आप ही बताइए, क्या ऐसे लोग एक भी सीट जीतने के लायक हैं क्या। इनको सजा मिलनी चाहिए कि नहीं? एक-एक को साफ करना चाहिए। इनके पास कोई विज़न नहीं हैं। ये लोग नीतीश के काम का और केंद्र सरकार के कामों का क्रेडिट लेना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि राजद इतने साल सत्ता में रही, लेकिन इनकी हिम्मत नहीं हैं कि ये अपने कार्यकाल के कार्यों की चर्चा करें।
पीएम मोदी ने बिना किसी का नाम लिए राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के राजकुमार तो कहते हैं कि सनातन की शक्ति का विनाश कर देंगे। इनके साथी हमारे सनातन को डेंगू-मलेरिया कहते हैं। क्या ये सनातन का अपमान नहीं है?
मोक्ष की धरती बिहार के गया संसदीय क्षेत्र में इस चुनाव में एनडीए प्रत्याशी जीतन राम मांझी का मुख्य मुकाबला राजद के कुमार सर्वजीत से है। गया में प्रथम चरण में 19 अप्रैल को मतदान होना है।
2019 में हुए लोकसभा चुनाव चुनाव में एनडीए के प्रत्याशी जदयू के नेता विजय मांझी ने हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम ) के प्रत्याशी जीतन राम मांझी को हराया था। उस चुनाव में जदयू को 48 फीसदी से अधिक मत मिले थे, जबकि हम को करीब 33 प्रतिशत मत हासिल हुआ था। इस चुनाव में जीतन राम मांझी एनडीए के साथ हैं।