बेंगलुरु, 10 मई (आईएएनएस)। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया (Chief Minister Siddaramaiah) ने स्पष्ट किया है कि जद(एस) सांसद और हासन से लोकसभा उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े कथित सेक्स स्कैंडल (Alleged sex scandal related to Prajwal Revanna) की जांच में डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार या उनका कोई हाथ नहीं है।
पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी ने आरोप लगाया था कि पीड़ितों को वेश्यावृत्ति के मामलों में फंसाने की धमकी देकर एसआईटी शिकायत दर्ज करने के लिए मजबूर करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने राज्यपाल से भी मुलाकात की थी और सीबीआई से जांच की मांग की थी।
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने गुरुवार को कहा था कि मामले में शिकायतकर्ताओं में से एक महिला ने दावा किया, “उसे कुछ लोगों ने उत्पीड़न की धमकी देकर झूठी शिकायत दर्ज करने के लिए मजबूर किया था।”
सीएम सिद्दारमैया ने शुक्रवार को मैसूरु में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ”हमें अपनी पुलिस पर भरोसा है। एसआईटी को विधिपूर्वक जांच करने दीजिए और अपनी रिपोर्ट सौंपने दीजिए।”
उन्होंने कहा, ”मैंने कई मामलों की जांच सीबीआई को सौंपी थी। भाजपा सरकार ने अपने कार्यकाल में कोई भी केस सीबीआई को नहीं सौंपा था। भाजपा ने सीबीआई को ‘भ्रष्टाचार ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन’ कहा था। जबकि पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा ने इसे ‘चोर बचावो इन्वेस्टिगेशन’ कहा था। अब, वे सीबीआई को प्राथमिकता दे रहे हैं।”
हम जांच में हस्तक्षेप नहीं कर रहे हैं। मुझे एसआईटी जांच पर भरोसा है। पहले हमारी पुलिस मामलों को कुशलतापूर्वक संभालती थी। लेकिन, मैं उन्हें कानून के खिलाफ जाने के लिए नहीं कहूंगा।
इस स्कैंडल का कोई अंतरराष्ट्रीय संबंध नहीं है। एसआईटी में हमारी पुलिस शामिल है। हमें अपने पुलिस अधिकारियों पर भरोसा रखना चाहिए। राज्य के सभी आपराधिक मामलों की जांच उनके द्वारा की जा रही है।
सिद्दारमैया ने कहा, मैंने आईएएस अधिकारी डीके रवि की आत्महत्या का मामला, लॉटरी घोटाला, मंत्री केजे जॉर्ज का मामला और हिंदू कार्यकर्ता परेश मेस्टा की मौत का मामला सीबीआई को सौंपे थे। किसी भी मामले में सजा नहीं हुई। इसका मतलब यह नहीं है कि मुझे सीबीआई पर भरोसा नहीं है। इस सेक्स वीडियो स्कैंडल मामले में, मुझे स्थानीय पुलिस पर भरोसा है।सीएम ने स्पष्ट किया कि मामले में शिवकुमार या उनका कोई हस्तक्षेप नहीं है।