केंद्रीय कैबिनेट का पूर्व सैनिकों की पेंशन को पूर्ण रूप से अदा करने का निर्णय राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का असर: जयराम रमेश
By : madhukar dubey, Last Updated : December 24, 2022 | 5:22 pm
आगे जयराम रमेश ने कहा कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से 21 फरवरी को हरियाणा में पूर्व सैनिकों ने मुलाकात की और इन पूर्व सैनिकों ने कहा कि हमारे जो एरियर्स हैं। वह अभी तक पूरे नहीं हुए है। पूर्व सैनिकों ने कहा कि हमारी जो पेंशन है वह अभी तक पूरी नहीं मिली है। यूपीए सरकार ने फरवरी 2014 में जो घोषणा की थी, वह पूर्ण रुप से लागू नहीं हो पाई है।
राहुल गांधी ने एक घंटे पूर्व सैनिकों से इस पर बात की और उसका हमने प्रचार भी किया, और हमें खुशी है कि उसके अगले दिन यूनियन कैबिनेट की एक बैठक होती है, और निर्णय लिया जाता है कि पूर्व सैनिकों के एरियर्स को पूरा कर देंगे। पहले तो सरकार मार्च 2023 तक विचार का समय मांग रही थी। लेकिन इस पर तत्काल प्रभाव से सरकार ने एक्शन ले लिया, यह भारत जोड़ो यात्रा का असर है।
आगे जयराम रमेश ने कहा पूर्व सैनिकों की ओर से दूसरा मुद्दा उठाया गया था। वह मुद्दा यह था कि वन रैंक वन पेंशन उच्च अधिकारियों के लिए फायदेमंद है, जो जूनियर कमीशन के ऑफिसर हैं जो जवान 10 या 12 साल की नौकरी के बाद 35 या 40 साल की उम्र में रिटायर हो जाता है। उनके लिए वन रैंक वन पेंशन फायदेमंद नहीं है। राहुल जी ने एक घंटे पूर्व सैनिकों से इस पर भी बात की।
अंत में जयराम रमेश ने कहा कि अगर यह पूर्व सैनिक राहुल गांधी से न मिलते और पूर्व सैनिकों ने जो मुद्दे रखे थे राहुल गांधी के सामने उस पर राहुल गांधी ने पूर्व सैनिकों के साथ मिलकर विचार ना किया होता। तो यह मुद्दा अभी तक हल नहीं हुआ होता। जिस दिन स्वास्थ्य मंत्री बीजेपी के सांसदों की चिट्ठी के आधार पर राहुल गांधी को पत्र लिख रहे थे। उस दिन हमारे पूर्व सैनिक राहुल जी से मुलाकात कर रहे थे और राहुल जी की उस बैठक का नतीजा कल यूनियन कैबिनेट का निर्णय है।