नई दिल्ली, 20 फरवरी (आईएएनएस)| कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) केरल के वायनाड से सांसद होने के बावजूद उत्तर प्रदेश से एआईसीसी सदस्य चुने गए हैं। कांग्रेस कार्यसमिति के चुनाव में एआईसीसी के निर्वाचित सदस्य ही मतदान कर सकते हैं।
कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अमेठी के लोग मुख्य रूप से कांग्रेस समर्थक चाहते हैं कि राहुल गांधी फिर से अमेठी से चुनाव लड़ें, जो स्मृति ईरानी द्वारा 2019 के आम चुनावों में पूर्व कांग्रेस प्रमुख को वहां से हराने से पहले कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था।
गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले अमेठी के पूर्व एमएलसी दीपक सिंह ने कहा, “अमेठी के लोग राहुल गांधी को देश का प्रधानमंत्री बनने का इंतजार कर रहे हैं।”
पार्टी के कई नेताओं ने कहा कि हालांकि राहुल गांधी की ओर से अभी तक कोई संकेत नहीं मिला है, लेकिन अमेठी गांधी परिवार का गढ़ बना रहेगा, क्योंकि यह निर्वाचन क्षेत्र गांधी परिवार के साथ दशकों पुराना रिश्ता साझा करता है।
2019 में राहुल गांधी अमेठी से हार गए थे, लेकिन वायनाड से जीत गए थे।
कांग्रेस को लगता है कि भारत जोड़ो यात्रा के साथ राहुल गांधी ने सही तालमेल बिठाया है और आगामी राज्यों के चुनावों और 2024 के आम चुनावों में वह पार्टी को फिर से जीवंत करेंगे।
इस साल चुनाव होने वाले प्रमुख राज्य मध्य प्रदेश और कर्नाटक में भाजपा का शासन है, जबकि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकारें हैं।
कांग्रेस एक राष्ट्रीय गठबंधन बनाने की कोशिश कर रही है और उत्तर प्रदेश में यदि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी कांग्रेस के साथ नहीं आती हैं, तब वह छोटे दलों के साथ गठबंधन कर सकती है।
कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने कहा, “कांग्रेस पहले ही एक पहल कर चुकी है। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पार्टी ने समान विचारधारा वाले राजनीतिक दलों को भाजपा से लड़ने के लिए इसमें शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था।”