पुरखौती मुक्तांगन के समीप 45 करोड़ की लागत से लगभग 10 एकड़ भूमि में स्थापित हो रहा संग्रहालय
By : madhukar dubey, Last Updated : August 14, 2024 | 7:40 pm
रायपुर, 14 अगस्त 2024/ छत्तीसगढ़ के स्वंतत्रता संग्राम सेनानियों को समर्पित नवा रायपुर में निर्माणाधीन शहीद वीर नारायण सिंह आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय (Shaheed Veer Narayan Singh Tribal Freedom Fighter Museum) का आज आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा (Principal Secretary Sonmani Bora) ने निरीक्षण किया।
उन्होंने स्वयं निर्माणाधीन परिसर की सभी 15 गैलरियों का निरीक्षण कर उपस्थित इंजीनियर तथा निर्माण एजेंसियों और विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। शहीद वीर नारायण सिंह आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय पुरखौती मुक्तांगन के समीप 45 करोड़ की लागत से लगभग 10 एकड़ भूमि पर स्थापित किया जा रहा है। प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा ने कहा कि यह संग्रहालय न केवल छ.ग. के आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के स्वतंत्रता काल में दिए गए सर्वोच्च बलिदान को याद कराएगा बल्कि छत्तीसगढ़ की गौरवशाली आदिवासी परंपरा से भी आमजन को रूबरू कराएगा।
- प्रमुख सचिव बोरा ने द्वारा निरीक्षण के बाद अधिकारियों की बैठक कर संग्रहालय का कार्य पूर्ण गुणवत्ता के साथ-साथ निर्धारित समयावधि में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्य की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। संग्रहालय में स्थापित करने हेतु तैयार की गई छत्तीसगढ़ के आदिवासी वीर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की मूर्तियों तथा अन्य कलाकृतियों का अवलोकन कर किए गए कार्य की प्रशंसा की। साथ ही उपस्थित मूर्तिकारों के साथ भी चर्चा कर उसमें और सुधार लाने के निर्देश दिए।
प्रमुख सचिव ने संग्रहालय हेतु संकलित आर्टिफेक्ट्स का भी निरीक्षण किया गया। बोरा द्वारा रिसेप्शन, सोविनियर शॉप, फूडकोर्ट, मल्टीमीडिया रूम एवं शौचालय की बिजली-पानी, टाईल्स की व्यवस्था एवं निर्माणाधीन पार्किंग स्थल का निरीक्षण कर उसमें सुधार करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। साथ ही परिसर में सोलर सिस्टम लगाने एवं संग्रहालय के मुख्य प्रवेश द्वार पर सुदंर आर्ट वर्क करने के निर्देश भी दिए गए। उन्होंने शहीद वीर नारायण सिंह जी की फाइबर प्रतिमा, स्मारक, एक छोटी झील का निर्माण तथा लैंडस्केप के निर्माण कार्य को 15 अक्टूबर तक पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। शेष समस्त कार्यों को 31 अक्टूबर तक पूर्ण करने की समयावधि निर्धारित की गई है।
कार्य की लगातार मॉनीटरिंग करने के दिए गए निर्देश
प्रमुख सचिव, आयुक्त और संचालक नियमित रूप से संग्रहालय निर्माण का करेंगे समीक्षा
प्रमुख सचिव बोरा द्वारा विभागीय अधिकारियों को निर्माणाधीन संग्रहालय की लगातार मॉनीटरिंग करने के निर्देश दिए गए। आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के संचालक पी. एस. एल्मा अब प्रतिदिन संग्रहालय के निर्माण कार्यों की समीक्षा करेंगे जबकि आयुक्त आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग श्री नरेन्द्र कुमार दुग्गा हर तीसरे दिन मौके पर जाकर निर्माण कार्य की समीक्षा करेंगे। साथ ही प्रमुख सचिव स्वयं प्रत्येक बुधवार को संग्रहालय के निर्माण कार्य की प्रगति की मौके पर जाकर समीक्षा करेंगे। इसका मुख्य उद्देश्य निर्माण कार्य में तेजी लाना एवं कार्य का पूर्ण गुणवत्ता के साथ निर्धारित समयावधि में पूरा कराना है।
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