‘एक नइ सबो विसय के पढ़ई छत्तीसगढ़ी म होवय’ का गूंजा नारा!
By : madhukar dubey, Last Updated : August 27, 2023 | 4:50 pm
छत्तीसगढ़ी भासा जन-जागरन पदजातरा
पत्रकार, कलाकार अउ छात्रमन जुरियाइन
रायपुर। मोर चिन्हारी छत्तीसगढ़ी मंच (Mor Chinhari Chhattisgarhi Manch) अउ एम.ए. छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन डहर ले आज छत्तीसगढ़ी जन-जागरन पदजातरा (Jan-Jagaran Padjatra) निकाले गिस. मंच के मुखिया नंदकिसोर सुकुल के अगुवाई म ये पदजातरा के सुरुवात महामाया मंदिर पुरानी बस्ती ले होइस.
पत्रकार रामअवतार तिवारी के घरवालामन पदजातरीमन के तिलक लगा अउ आरती उतार के सुवागत करिन. पदजातरा के पहिली पड़ाव रहिस दूधाधारी मठ। मठ म महंत रामसुंदर दास ले गोठबात अउ असीस लेके आगू के पड़ाव बर जातरीमन रवाना होइन. ये बेरा म महंत रामसुंदर दास घलोक कुछ दूरिहा तक संग म चलिन। ये बेरा म नंदकिसोर जी पदजातरा के बारे म बतात हुए कहिन के, छत्तीसगढ़ी ह आधिकारिक रूप ले छत्तीसगढ़ के राजभासा हरय। पूरा छत्तीसगढ़ के संपर्क भासा हरय। सरगुजा ले बस्तर तक छत्तीसगढ़ी समझे अउ बोले जथे। छत्तीसगढ़ी के संग राज के 4 अउ परमुख भासा हे गोंडी, हल्बी, सरगुजी अउ कुँड़ुख़ हे. हमर मांग हे के पहली ले पांचवीं तक के पढ़ाई ये सब भासा म पूरा माध्यम संग होवय. अभी केवल एक विसय म पढ़ाए के बात सरकार कहे हे, एक नइ सबो विसय के पढ़ई महतारी भासा म होवय. संगे-संग सरकारी काम-काज म राजभासा छत्तीसगढ़ी ल अनिवार्य करे जाए।
हमर हे पूरा समरथन – महंत रामसुंदर दास
महंत रामसुंदर दास कहिन, छत्तीसगढ़ी हमर माई भासा हरय. हमर जन-जन के भासा हरय. राज सरकार महतारी भासा आगू बढ़ाए के काम करत हे. फेर एक नइ सबो विसय के पढ़ई छत्तीसगढ़ी अउ छत्तीसगढ़ के महतारी भासा म होवय ये चिंता अउ मांग तुंहर मन के जायज हे. मयँ येखर पूरा समरथन करथव। पदजातरा म इलेक्ट्रॉनिक अउ प्रिंट के कतको पत्रकार मन संग कलाकर अउ छात्रमन सामिल रहिन. समापन मठ आजाद चौक, जय स्तंभ चौक होवत हुए छत्तीसगढ़ महतारी मूर्ति कना कलेक्ट्रेट चौक म होइस।
इनपुट (भोजेंद्र वर्मा)
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